हजीरा क्षेत्र स्थित पचार क्वार्टर के पीछे वाली मुख्य सडक़ वाहन चालकों के लिए जानलेवा बनती जा रही है। हजीरा क्षेत्र में सडक़ों की हालत बहुत खराब है, जबकि यहां से नगर निगम के अधिकारियों के अलावा जनप्रतिनिधियों का निकलना भी होता है। क्षतिग्रस्त सडक़े के कारण आए दिन होने वाले हादसों के संबंध में जानकारी होने के बावजूद न तो जनप्रतिनिधियों द्वारा कोई ध्यान दिया जा रहा है, न ही नगर निगम प्रशासन द्वारा क्षतिग्रस्त सडक़ को दुरुस्त कराने के लिए कोई प्रयास किए गए हैं। ऐसे में क्षेत्र की मुख्य सडक़ें दिन व दिन बदहाली का शिकार होती जा रही हैं। पचास क्वार्टर के पीछे वाली गली की सडक़ पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। सडक़ से डामर गायब हो जाने के कारण गहरे गड्ढे होते जा रहे हैं, जो सडक़ के बीचों-बीच हैं, जिससे वाहन चालकों को काफी मुश्किल होती है।
इधर, निगम प्रशासन द्वारा क्षतिग्रस्त सडक़ की मरम्मत कराना तो दूर दुर्घटनाओं से बचाव के लिए कोई सूचना संबंधी बोर्ड लगाने में भी कोई रुचि नहीं दिखाई जा रही है। ऐसे में वाहन चालक यहां से गुजरने के दौरान सीधे गड्ढों में गिरकर चोटिल हो रहे हैं। इस सडक़ पर रोजाना चार से पांच घटनाएं घटित हो रही हैं, जिनमें लोगों की जान तक पर बन आती है।
क्षतिग्रस्त सडक़ की समस्या का निराकरण कराए जाने के संबंध में स्थानीय प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिए जाने के कारण क्षेत्रवासियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। क्योंकि उनके द्वारा कई बार लिखित और मौखिक शिकायत करने के बावजूद समस्या का निराकरण नहीं किया जा रहा है। जनप्रतिनिधियों द्वारा भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बारिश के दिनों में गड्ढों में पानी भर जाने से परेशानी और अधिक बढ़ जाती है, क्योंकि पानी भरने से लोगों को गड्ढों की गहराई का अंदाजा नहीं लग पाता है, जिससे वाहन अनियंत्रित होकर गिर जाते हैं।