ये बन रही मिठाई
मावे की मिठाई के रूप में पेड़ा, मिल्क केक, मलाई बर्फी, मिक्स मावा बर्फी, स्पेशल मावा बर्फी आदि में जमकर सूजी का उपयोग किया जा रहा है। शहर के लश्कर, मुरार, हजीरा और उपनगर ग्वालियर सहित प्रमुख मंदिरों पर इस तरह की मिलावटी मिठाई की बिक्री की जा रही है।
वनस्पति और पाम तेल में सेंकी जाती है सूजी
मिलावटी मिठाई के इस कारोबार के लिए बनने वाली मिठाई में सूजी को वनस्पति या पाम तेल में सेंककर उसमें शक्कर, स्किम्ड मिल्क पाउडर, अरारोट आदि मिलाकर तैयार किया जाता है। इसमें अलग-अलग तरह के एसेंस को मिलाकर मिठाई को मनमाफिक रूप दे दिया जाता है।
मोर बाजार में फिर से दिखने लगा मावा
जिला प्रशासन और खाद्य विभाग की कार्रवाई के चलते कई दिन से मोर बाजार में मावा की बिक्री बंद थी। अब यहां फिर से मावा बिकता हुआ देखा जा सकता है। यहां बता दें कि कई दुकानों पर सैंपलिंग भी की गई थी।