पुलिस उसे थाने ले आई। उसके पति को फोन करके बुलाया। उसके लिए पूजा के सामान और मिठाई का इंतजाम किया। इसके बाद महिला ने पति की आरती उतारी और मिठाई खाकर करवाचौथ का व्रत खोला। फिर खुशी-खुशी पति के साथ अपने घर रवाना हो गई।
माधवपुर धार की रहने वाली रीना का अपनी सास से किसी बात को लेकर कहा सुनी हो गई थी। गुस्सा होकर वह घर से निकल गई। धार से इंदौर पहुंची फिर इंटरसिटी में बैठकर ग्वालियर आ गई। गुरुवार को करवाथचौथ होने पर उसने व्रत रखा था। पति की याद आई तो टिकट विंडो के पास बैठकर रोने लगी। तभी जीआरपी थाने के पुलिसकर्मी वहां से निकले। उसे रोता देखकर पूछताछ की तो उसने पूरा मामला बताया।
पुलिस ने उसे समझाया फिर उससे भोजन के बारे में पूछा। लेकिन उसने कहा कि करवाचौथ का व्रत खोलकर ही कुछ खाएगी। इस पर तुरंत उसके पति को फोन किया। शाम को उसका पति भी आ गया। चूंकि रीना का पूरे दिन का व्रत था। इसलिए जीआरपी ने पूजन सामग्री का इंतजाम किया। यहीं नही व्रत खोलने के लिए मिठाई भी मंगवाई। रीना ने विधि विधान के साथ पति की पूजा की। फिर पति के हाथ से पानी और मिठाई खाकर व्रत खोला। बाद में दोनों खुशी-खुशी अपने घर रवाना हो गए।
जीआरपी के टीआई अजीत सिंह चौहान ने बताया कि महिला अपने घरवालों से झगड़ा करके आई थी। स्टेशन पर रोती मिली तो पूछताछ की। करवाचौथ होने से उसके लिए पूजन सामग्री का इंतजाम किया। उसने पति की पूजा कर व्रत भी खोला। बाद में पति के साथ वह घर चली गई।