हर एक का सपना होता है कि पढ़ाई के बाद अच्छे पैकेज के साथ जॉब लग जाए। एक अच्छी पोजीशन पाकर लोग संतुष्ट हो जाते हैं और उसी में प्रमोशन या किसी अन्य कंपनी में जॉब करने लग जाते हैं और इसी को अपना ड्रीम मान बैठते हैं, लेकिन ऐसे बिड़ले ही होते हैं, जो जीवन के हर मोड़ पर अपने आपको चैलेंज देते हैं। अपनी अलग सोच के साथ बार-बार रिस्क लेते हैं और समाज को कुछ नया देने की तलाश में कंफर्ट जोन से बाहर निकलकर नए रास्ते ढूंढ़ निकालते हैं। ऐसे लोगों ने अपनी छोटी सी उम्र में बहुत कुछ सीख लिया होता है और वह हर मुश्किल घड़ी में अपने आपको स्टेबलेस करने में सक्षम होते हैं। ऐसे ही ग्वालियर के 27 वर्षीय युवा एंटरप्रेन्योर हैं शिवा दंडोतिया, जिन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद जॉब की और फिर फूड इंडस्ट्री में कॅरियर बनाया।
बड़ी कंपनी के ठुकराए ऑफर, 5.6 लाख से हुई थी शुरुआत
शिवा ने ग्रीन फील्ड स्कूल से स्कूलिंग की। इसके बाद एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा से मैकेनिकल ब्रांच से बीटेक किया और ऑटोमोबाइल से एमटेक। 2015 में उनका एलएनटी में प्लेसमेंट हुआ। शुरुआत 5.6 लाख से हुई। इसके बाद टाटा मोटर जमशेदपुर में रिसर्च वर्क किया। जॉब के दौरान एक्सपोजर मिला और वर्किंग मॉडल समझा। इस दौरान कई शहर की बड़ी कंपनी से ऑफर अच्छे पैकेज के साथ आए, लेकिन उनका मन एंटरप्रेन्योर बनकर नौकरी करना नहीं बल्कि देने वाला बनना था। इसलिए उन्होंने फूड इंडस्ट्री की ओर कदम बढ़ाया।
फूड में इनोवेशन और मसालों के साथ करते थे एक्सपेरिमेंट
इंजीनियरिंग के दौरान शिवा नोएडा हॉस्टल में रहते थे। वहां वह खुद खाना बनाते थे। इंजीनियर थे तो दिमाग में कैलुकुलेशन चलती रहती थी। वही उनके फूड बनाने में भी दिखती थी। वह फूड के साथ इनोवेशन और मसालों के साथ एक्सपेरिमेंट हमेशा करते रहते थे। यहीं से फूड के प्रति इंट्रेस्ट डवलप हुआ। और यह हुनर उनका कॅरियर बन गया। आज उन्होंने फूड चेन बिस्त्रो 57 कैफे के साथ मिलकर आउटलेट तैयार किया है। अब वह ये आउटलेट पूरे मप्र में शुरू करने का प्लान कर रहे हैं।
न्यू कॉन्सेप्ट पर टीम कर रही वर्क
इंजीनियरिंग के दौरान शिवा ने देखा कि हर स्टूडेंट को पॉकेट मनी मिलती है, जिससे उन्हें सारे खर्च चलाने होते हैं। ऐसे में वे ऐसे मील की तलाश में रहते हैं, जिसमें टेस्ट और क्वांटिटी दोनों मिले। इसी के चलते शिवा ने पांच छोटे-छोटे आउटलेट ओपन करने का प्लान किया है, जहां बहुत ही कम रेट में स्टूडेंट्स को मील मिल सकेगा। इसके लिए उनकी टीम वर्क कर रही है। यह 2021 में ओपन होगा।
समय के साथ हर स्टेप आगे बढ़ेगा विजन
शिवा ने बताया कि कोरोना काल में बहुत स्ट्रगल करना पड़ा, लेकिन उसमें भी रास्ते निकाले। छोटे-छोटे आउटलेट प्लान भी उसी समय आया। क्योंकि हमारा प्रदेश खाने के शौकीन लोगों का है। यहां दौर कोई भी आ जाए, लेकिन खाने की जरूरत हमेशा रहेगी। मैं एक विजन के साथ चल रहा हूं और प्रदेश को कुछ नया देने का इरादा रखता हूं। मेरा यह विजन समय के साथ हर स्टेप आगे बढ़ता जाएगा।
शिवा दंडोतिया