उन्होंने कहा कि किसान यूनियन प्रावधानों पर चर्चा नहीं कर रही है बल्कि केवल बिल वापसी चाहती है, इसलिए गतिरोध जारी है। फिर भी मुझे आशा है, कल किसान के विकल्पों पर बात करेंगे। जिससे कोई रास्ता निकलेगा। इसके साथ ही नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि मेरा किसानों से आग्रह है, कि वह 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च ना निकाले, गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम पर कोई व्यवधान पैदा ना करें, यह आजादी हमने बहुत मुश्किलों से पाई है, इस आजादी का ख्याल रखें।
वहीं बीते दिनों उन्होंने कहा था कि सरकार कृषि कानूनों में संशोधन लाने को तैयार है। ये कानून पूरे देश के लिए बनाए गए हैं और कई किसान इन कानूनों से काफी खुश हैं। उन्होंने कहा, “किसान संगठन अपने रुख से टस से मस नहीं हो रहे हैं, वे लगातार कानूनों को निरस्त करने के लिए ही कह रहे हैं। जब सरकार कानून लागू करती है, तो यह पूरे देश के लिए होता है. अधिकांश किसान, विद्वान, वैज्ञानिक और कृषि क्षेत्र में काम करने वाले लोग इन कानूनों से सहमत और खुश हैं।”