ग्वालियर

मुरैना में इनकम टैक्स ऑफिसर पर हुए हमले की अभिनेता अजय देवगन ने की निंदा, किया TWEET, देखें यहां

मुरैना में इनकम टैक्स ऑफिसर पर हुए हमले की अभिनेता अजय देवगन ने की निंदा, किया TWEET, देखें यहां

ग्वालियरOct 14, 2018 / 09:20 am

Gaurav Sen

मुरैना में इनकम टैक्स ऑफिसर पर हुए हमले की अभिनेता अजय देवगन ने की निंदा, किया TWEET, देखें यहां

ग्वालियर। मुरैना में ऑयल मिल की सर्चिंग के दौरान तेल कारोबारी की ओर से आयकर विभाग की इन्वेस्टीगेशन विंग के डिप्टी कमिश्नर विक्रम पगारिया पर हुए हमले का मशहूर सिने अभिनेता अजय देवगन ने भी निंदा की है।

अजय देवगन ने शनिवार की शाम ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं विक्रम पगारिया के नेतृत्व में सभी आयकर अधिकारियों की बहादुरी और कत्र्तव्य की सराहना करता हूं। यह जानकार परेशान था कि उन पर निर्दयतापूर्वक हमला किया गया था। आशा है कि उन्हें न्याय मिलेगा और उन्होंने एक उदाहरण स्थापित किया है। यहां बता दें कि अजय देवगन ने कुछ समय पूर्व आई फिल्म रेड में ईमानदार आयकर अधिकारी का किरदार अभिनीत किया था।

ये है पूरा मामला
10 अक्टूबर को आयकर विभाग की टीम मुरैना के नामी तेल व्यापारी गोङ्क्षवद बंसल के घर छापा डालने पहुंची थी। सुबह से पहुंची टीम ने तावड़तोड़ कार्यवाही की। बंसल परिवार ये सब देख कर दंग रह गया। तभी कुछ समय बाद अचनाक से गोविंद बंसल और उसके पुत्र संजय बंसल का बीपी बड़ गया। हालत गंभीर देख टीम ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया और अपनी कार्यवाही जारी रखी। गोविंद बंसल की हालत ज्यादा खराब होने के कारण डॉक्टरों ने उनको ग्वालियर रैफर कर दिया। वहीं संजय का इलाज मुरैना में ही जारी रखा। दोनों की ऐसी हालत देख बंसल परिवार के कुछ लोग आयकर टीम पर भडक़ उठे, वे बोले -अब तो आपलोग हमारे साथ ज्यादती कर रहे हैं और टीम के साथ गाली-गलौच शुरू कर दी झूमाझटकी भी की।

रेड के दौरान टीम ने गोविंद बंसल के घर से 56 लाख रूपये नकदी और गहने जब्त किए थे। जिसमें 6 लाख नकद व 50 लाख के गहने शामिल हंैं। वहीं टीम ने जब्त कागजों की जांच की तो करीब 400 करोड़ का फर्जी ट्रांजेक्शन किए जाने की बात सामने आई है। आयकर उपायुक्त विक्रम पगारिया ने े गोविंद बंसल, सूरजभान, विष्णु तथा सूरजभान के लडक़े के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने, मारपीट तथा गाली-गलौज का मामला कराया था।

यह हुई है कार्रवाई
10 अक्टूबर को पूर्व इनकम टैक्स अधिकारी पर हमला करने वाले व्यापारी गोविंद बंसल व उसके पुत्र विष्णु बंसल को सिटी कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर शुक्रवार को सीजेएम न्यायालय में पेश किया। वहां से उनकी जमानत खारिज कर दी और उनको जेल भेज दिया है। विदित हो कि इनकम टैक्स की टीम ने नौ अक्टूबर को सूरजभान ऑयल मिल, घर और कार्यालय पर एक साथ छापा डाला था। इसी दौरान दूसरे दिन 10 अक्टूबर को संजय गर्ग की तवियत खराब हो गई थी। परिजन उसको इलाज के लिए बाहर ले जाना चाहते थे जबकि टीम ने कहा यहीं पर इलाज होगा। इसी बात पर बहस हो गई और हाथापाई पर नौबत आ गई। झगड़ा सुबह 11 बजे हुआ। दिन में टीम व व्यापारियों के बीच बातचीत हुई और मामला थम सा गया था लेकिन शाम के समय फिर से मामला तूल पकड़ गया और विक्रम पगारिया आयकर उपायुक्त वृत्त ग्वालियर सिटी कोतवाली रिपोर्ट कराने पहुंच गए। उनकी रिपोर्ट पर सिटी कोतवाली पुलिस ने गोविंद बंसल, विष्णु बंसल, सूरजभान बंसल, सूरजभान का लडक़ा और करीब डेढ़ दर्जन से अधिक अन्य लोगों को शासकीय कार्य में बाधा और मारपीट का आरोपी बनाया था। इसमें से गोविंद बंसल, विष्णु बंसल को गुरुवार को गिरफ्तार कर शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया। वहां इनकी जमानत खारिज कर जेल भेजा गया है। अब पुलिस अन्य आरोपियों की सूची तैयार करने में जुट गई है।

 

https://twitter.com/ajaydevgn/status/1051117433493352448?ref_src=twsrc%5Etfw

“अजय देवगन ने शनिवार की शाम ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं विक्रम पगारिया के नेतृत्व में सभी आयकर अधिकारियों की बहादुरी और कत्र्तव्य की सराहना करता हूं। यह जानकार परेशान था कि उन पर निर्दयतापूर्वक हमला किया गया था। आशा है कि उन्हें न्याय मिलेगा और उन्होंने एक उदाहरण स्थापित किया है।”

व्यापार मण्डल ने की निंदा
आयकर विभाग की टीम के साथ हाथापाई की घटना की व्यापार मण्डल ने निंदा की है। व्यवसायी रमेशचंद्र गर्ग ने कहा है कि इस तरह की गतिविधियां व्यापारियों को शोभा नहीं देतीं। इस घटना से पूरे देश में मुरैना की प्रतिष्ठा खराब हुई है। गर्ग ने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी। खबर है कि रमेशचंद्र गर्ग ने व्यापार मण्डल की ओर से सतत सहयोग की बात कहते हुए एक पत्र भी आयकर विभाग को लिखा है।

कहीं सब प्रायोजित तो नहीं
इनकम टैक्स विभाग की टीम द्वारा छापा डाले जाने के दौरान जो स्थिति यहां निर्मित हुई, उसे प्रायोजित भी बताया जा रहा है। व्यापार जगत से जुड़े कुछ लोगों का कहना है कि आयकर विभाग पर दबाव बनाने के लिए सब कुछ सोची-समझी रणनीति के तहत किया गया था। आशंका जताई जा रही है कि आयकर विभाग की टीम के यहां पहुंचने के बाद कुछ लोगों ने सुनियोजित ढंग से इस घटनाक्रम को अंजाम दिया, ताकि सरकारी कार्रवाई को टाला जा सके।

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