दरअसल भिंड में पूर्व कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह के नदियाँ बचाओ सत्याग्रह में शामिल होने लिए राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा पहुंचे हैं। ग्वालियर में प्रेस से बात करते हुए कांग्रेस से भाजपा में गए विधायकों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मैं जिस तरह से हमारे साथ भाजपा में गए जिस तरह से कोरोना संक्रमण होते हुए भाजपा ने सरकार बनाई मैं उसे बिलकुल गलत मानता हूँ । मेरे बहुत से मित्रों की कोरोना से मृत्यु हुई है। मेरा कहना है कि पब्लिक इसे दंडित करे, वहीं दूसरी उन्होंने सुशांत सिंह की मौत मामले पर बोलते हुए सीधे मीडिया पर भी निशाना साधा। तन्खा ने कहा कि सब देख रहे हैं कि टीवी चेनल्स से इन्वेस्टीगेशन चलते रहे हैं। इस मामले पर देश के कोर्ट कचहरियों को संज्ञान लेना चाहिए। जो समझदार लोग हैं बुद्धिजीवी हैं उन्हें अपनी आवाज उठानी चाहिए, वही पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह की तीरीफ करते हुए कहा कि वह अच्छा काम कर रहे हैं मैं उनके नदियाँ बचाने के कार्यक्रम में शामिल होने आया हूँ।
डॉ गोविंद सिंह ग्वालियर चंबल में एक सप्ताह की यात्रा निकाल रहे हैं। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के समर्थक माने जाने वाले गोविंद सिंह की शुरु से ही सिंधिया से अनबन रही है। अंचल में शुरु से ही कांग्रेस में सिंधिया और दिग्विजय खेमा अलग रहा है। अब सिंधिया समर्थकों को चुनाव में पटकनी देने के लिये गोविंद सिंह मैदान में आ गये हैं। मध्य प्रदेश में भी सत्ता परिवर्तन से पहले पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने नर्मदा यात्रा निकाली थी और माना जाता है कि कांग्रेस को इस यात्रा से बहुत फायदा हुआ था। अब इसी की तर्ज पर चंबल यात्रा निकाली जा रही है। गोविंद सिंह ग्वालियर चंबल में क्षत्रिय नेता माने जाते हैं और जमीनी स्तर पर उनकी पकड़ मजबूत रही है।