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एलएनआईपीई के कुलसचिव पर भ्रष्टाचार के आरोप, फिर भी अन्य पदों का अतिरिक्त प्रभार

locationग्वालियरPublished: May 30, 2023 05:51:25 pm

लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षण संस्था ग्वालियर (एलएनआईपीई) में पद खाली होने के बाद भी नई नियुक्तियों की भर्ती प्रक्रिया धीमी है, इसलिए यहां पदस्थ अधिकारियों…

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एलएनआईपीई के कुलसचिव पर भ्रष्टाचार के आरोप, फिर भी अन्य पदों का अतिरिक्त प्रभार

ग्वालियर. लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षण संस्था ग्वालियर (एलएनआईपीई) में पद खाली होने के बाद भी नई नियुक्तियों की भर्ती प्रक्रिया धीमी है, इसलिए यहां पदस्थ अधिकारियों को एक से अन्य पदों का अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया है। एनएल रोहिरा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे है, इसके बावजूद उनको दो अतिरिक्त पदों को प्रभार दिया गया है। रोहिरा उपकुलसचिव (संपदा), दूसरा पद वर्तमान में प्रभारी कुलसचिव का और लीगल का प्रभार भी उनके पास ही है। प्रभारी कुलसचिव का प्रभार पहले शैक्षणिक प्रोफेसर को ही दिया जाता रहा है, लेकिन पहली बार नॉन टीचिंग अधिकारी इस पद पर है।

मंत्रालय के निर्देशों का नहीं हो रहा अनुपालन
मंत्रालय लगातार दिशा-निर्देशों जारी कर रहा है, लेकिन प्रशासन उसका अनुपालन नहीं कर रहा है। संपदा विभाग के उप कुलसचिव लगातार आठ वर्षों से संपदा विभाग में डटे हुए हैं। उन पर आरोप है कि 2018 में संस्थान में लगभग 25 करोड़ के कार्यों को संस्थान की वित्त समिति बैठक एवं प्रबंध मंडल की बैठक में पास कराया गया फिर बिना केन्द्रीय खेल मंत्रालय की अनुमति के बिना टेंडर प्रक्रिया की गई। यह टेंडर प्रक्रिया 2022 में की गई। मणिपुर औद्योगिक विकास निगम और बेवकॉस दो ही कंपनियों ने भाग लिया, जबकि नियमानुसार तीन कंपनियों का होना जरूरी होता है, लेकिन इस नियम को भी दरकिनार किया गया।

मणिपुर औद्योगिक विकास निगम को काम देने से लगाई थी रोक
मणिपुर औद्योगिक विकास निगम कंपनी को गुवाहटी केन्द्र में बेहतर काम नहीं करने पर एलएनआईपीई में अन्य कार्यों को देने से रोक लगाई थी। लेकिन अधिकारियों की सांठगांठ से फिर से उसी कंपनी को 2.24 करोड़ रुपए काम दे दिया गया।
मल्टीपरपज हॉल की ठीक लाइट को खराब बताकर बदल दिया
संस्थान में 22 मई-22 दीक्षांत समारोह होना प्रस्तावित था दीक्षांत समारोह में युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर जो कि एलएनआईपीई के अध्यक्ष को भी शामिल होना था। कार्यक्रम मल्टीपरपज हॉल में आयोजित किया जाना था। हॉल की 27 लाईट्स खराब थी, जिसे बदला जाना था, लेकिन हॉल की सभी 110 लाईटस बदल दी गई। लाइट बदलने में संस्थान ने करीब 2465770 रुपए खर्च किए। इस संबंध में तत्कालीन मल्टीपरपज प्रभारी से भी जानकारी नहीं ली गई और ना ही बिलों पर उनसे सत्यापन रिपोर्ट ली गई।
लाइट्स के चौक एवं अन्य सामग्री चोरी प्रकरण की जांच नहीं
मल्टीपरपज हॉल की लाइट्स के निकले इलेक्टिक चॉक के चोरी का मामला भी दबाने का प्रयास किया गया। 10 जून-22 को लगभग (95 इलेक्टिक चॉक और तीन कूलर मोटर चोरी की घटना सामने आई। इस मामले में भी जांच नहीं की गई। हालांकि इस संबंध में गोला का मंदिर में आवेदन देकर इतिश्री कर ली। इस मामले में संस्थान ने भी कोई जांच नहीं बनाई।

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