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किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान भी जरूरी: रूचि सिंह चौहान

locationग्वालियरPublished: Sep 26, 2021 11:42:52 am

Submitted by:

Mahesh Gupta

आइटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर में ओरियंटेशन प्रोग्राम

किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान भी जरूरी: रूचि सिंह चौहान

किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान भी जरूरी: रूचि सिंह चौहान

ग्वालियर.

आइटीएम यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशन, स्कूल ऑफ नर्सिंग, स्कूल ऑफ मैनेजमेंट और स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर के ओरियंटेशन का आयोजन हुआ। चांसलर रूचि सिंह चौहान ने कहा कि इस दुनिया में शिक्षा बिना मानव सभ्यता का उदय नहीं हो सकता। आदिकाल से लेकर वर्तमान तक हर युग में व्यक्ति विशेष को शिक्षा और ज्ञान ने ही हमेशा अग्रिम पंक्ति में लाकर खड़ा किया। किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक शिक्षा बहुत जरूरी है। क्योंकि जो किताबों में आपने पढ़ा है, उसका प्रैक्टिकल नहीं किया तो शायद आपको किताबों के बारे में ज्यादा जानकारी होगी। व्यवहारिक स्तर पर आप बहुत पिछड़ जाएंगे।
शांति, मंथन और ध्यान ही सफलता की कुंजी
प्रो. चांसलर डॉ. दौलत सिंह चौहान ने कहा कि आपका ज्ञान ही आपको हजारों, लाखों और करोड़ों की भीड़ में पहचान दिलाता है। आज किसी भी सफल व्यक्ति के बारे में आप पढ़ेंगे, आप पाएंगे उन्होंने सफलता हासिल करने के लिए शांति, मंथन और ध्यान को अपना हथियार बनाकर लक्ष्य की ओर आगे बढ़े और उन्हें सफलता हासिल हुई।
क्लास से बंक मारना यानि अपने आपको धोखा देना है
कुलपति डॉ. एसएस भाकर ने कहा कि यही समय है आपको कॅरियर बनाने का और बिगाडऩे का। अगर आप क्लास में उपस्थित होकर अध्ययन करेंगे तो जरूर आपको सफलता मिलेगी। अगर आपने क्लास से बंक मारना शुरू कर दिया तो समझो आप अपने कॅरियर को बिगाडऩे जा रहे हैं। इसलिए आपको सुनिश्चित करना होगा कि नियमों का पालन करते हुए कम से कम 80 प्रतिशत क्लास अटेंड करें।
पॉजिटिव थिंक के साथ हमेशा मिलती है सफलता
प्रो. वाइस चांसलर डॉ. एसके नारायण खेडकऱ ने कहा आप हमेंशा पॉजिटिव थिक रखें। लक्ष्य चाहे छोटा हो या बड़ा लेकिन उसे पाने के लिए आपके पास सकारात्मक नजरिया होना चाहिए। सकारात्मक सोच के साथ जब आप कोई भी कार्य करते हैं तो सफलता जरूर मिलती है। वहीं ओरियंटेशन में प्रोफेसर मुकेश पांडे ने स्टूडेंटस को एंटी रैगिंग कमेटी के बारे में जानकारी दी। इसी तरह वुमन इंपॉवरमेंट कॉर्डिनेंटर प्रो. गीतांजलि सुरंगे ने महिला सशक्तिकरण के बारे में बताया। प्रोग्राम में डॉ. ओमवीर सिंह, रजिस्ट्रार, डॉ. संजीत सिंह तोमर, डीन एसओईटी, डॉ. सोनिया जोहरी, डॉ. शिप्ला भाकर, अनुराग अग्रवाल, नीतू भदौरिया, डॉ. निकिता निहाल, अभिषेक सिंघल, केके जोशी, गौरव, डॉ. वानी अग्रवाल, डॉ. मनीश शर्मा, प्रो. मुकेश पांडे, डॉ. शशिकांत गुप्ता, तानी दास, अर्पित सिंह चौहान, डॉ. अरूण यादव, डॉ. पवन तिवारी ऑनलाइन रहे।
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