रामनरेश ने बताया कि धोखाधड़ी का पता चलने पर उन्होंने भोपाल में डीजीपी की जनसुनवाई में शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। दोबारा फिर डीजीपी को आवेदन दिया, फिर भी रिपोर्ट नहीं लिखी गई। 5 दिसंबर 2018 को सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की, तब जाकर बुधवार को महाराजपुरा थाने में मामला दर्ज हुआ।
सरकारी जमीन को खुद की बताकर बेचा गया है, जिस पर चार सौ बीसी की एफआइआर दर्ज की गई। संजय को कई बार बुलाया, लेकिन वह आया नहीं।
राजेन्द्र वर्मन, टीआइ महाराजपुरा
आरोपी को कोर्ट ने दी जमानत
थाना प्रभारी चीनौर संजय बरैया को एक किलो गांजा जब्त करने की कार्यवाही को संदिग्ध पाते हुए एसपी ने निलंबित कर दिया उस मामले में आरोपी को एनडीपीएस कोर्ट ने जमानत पर रिहा किए जाने के आदेश दिए हैं। चीनौर निवासी राजबहादुर सिंह कुशवाह के खिलाफ चीनौर थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत 20 फरवरी 19 को मामला दर्ज किया गया था। कुशवाह के अधिवक्ता अवधेश सिंह भदौरिया ने एक विज्ञप्ति में बताया कि राजबहादुर सिंह के खिलाफ एक मंत्री के दबाव में मामला दर्ज किया गया है। भदौरिया का कहना था कि पडौसी से विवाद पर हुए मारपीट के मामले में कुछ लोगों को अदालत ने सजा सुनाई थी। जिसमें एक आरोपी मंत्री का प्रतिनिधि है, इसलिए उन्होंने थाना प्रभारी के जरिए राजबहादुर के खिलाफ मामला दर्ज कराया। इसकी शिकायत पर एसपी ने मामले की जांच कराई जिसमें राजबहादुर के खिलाफ दर्ज मामले को संदिग्ध पाते हुए थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया।