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रात आठ बजे से शुरू होगा चर्तुग्रहीय योग
लक्ष्मी पूजा के समय 12 साल बाद यानि की 2005 के बाद चतुग्र्रही योग का संयोग भी रात 8 बजे से शुरु होगा। इसमें सूर्य,चंद्र, बुध, गुरु चारों ग्रह तुला राशि में होंगे। वहीं कई वर्षों बाद दीपावली पर सौर्यमंडल में छाया रहेगा कालसर्प दोष, 18 सितंबर से प्रांरभ हुआ ये कालसर्प दोष 6 फरवरी 2018 तक रहेगा। इस बीच कोई ग्रह संचार नहीं करेगा। वहीं राहु , केतु , शनि , मंगल, में से किसी पर भी देव गुरू बृहस्पति की दृष्टि नहीं रहेगी।
महासंयोग का प्रभाव
अमावस्या तिथि गुरुवार एवं चित्रा नक्षत्र एक साथ होने से गुरु को सोना, जमीन, कृषि, भूमि का कारक ग्रह माना जाता है। वहीं चित्रा नक्षत्र चांदी, कपड़े, वाहन और, इलेक्ट्रानिक चीजों के लिए खास है। अमावस्या तिथि होने से इस योग में लक्ष्मी पूजा अति फलदायक भी रहेगी। साथ ही इस दिन खरीदारी के लिए भी बेहतरीन योग है।
लग्न अनुसार लक्ष्मी पूजा मुहूर्त
वृश्चिक लग्न-प्रात: 7.30से 10.32 बजे तक
कुंभ लग्न – दोपहर 2.37 से 04.07 बजे तक
वृषभ लग्न- शाम 7.15 से 09.09 बजे तक
सिंह लग्न- रात 1.47 से 03.52 बजे तक
चौघडिय़ा मुहूर्त पूजा के लिए
सुबह 6 से 7.30 बजे तक शुभ का चौघडिय़ा
सुबह 10.30से 12 बजे तक चर का चौघडिय़ा
सुबह 5.30से 6.30 बजे तक शुभ का चौघडिय़ा
सुबह 12 से 1.30 बजे तक लाभ का चौघडिय़ा
सुबह 6.30 से 8 बजे तक अमृत का चौघडिय़ा
सुबह 1.30 से 6.30 बजे तक शुभ का चौघडिय़ा
सुबह 8 से 9.30 बजे तक चर का चौघडिय़ा
२ घंटे 20 मिनट तक होगी पूजा
ज्योतिषचार्य सोनी के अनुसार इस साल पूजा का समय २ घंटा २० मिनट का रहेगा। प्रदोष बेला, पूजा का समय शाम 5.54 से 8.26 बजे तक रहेगा। शुभ मुहूर्त में पूजा करने से पूजा का भी पूरा लाभ मिलता है।