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भक्तों की मर्जी से घूम जाता है शिवलिंग
शिवलिंग की जलहरी सामान्यत उत्तर की ओर रखी जाती है। कुछ विशेष मंदिरों में जलहरी दक्षिण दिशा की ओर हो जाती है। लेकिल श्योपुर में एक ऐसा अनूठा शिवमंदिर है। जहां शिवलिंग को भक्त अपनी सहूलियत से घुमाकर किसी भी दिशा में उनका मुख ले जा सकते हैं।
भक्तों की मर्जी से घूम जाता है शिवलिंग
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लाल पत्थर से बना है शिवलिंग
शिवलिंग लाल पत्थर का बना हुआ है। यह दो भाग में विभाजित है। एक पिंडी और दूसरा जलहरी।
यह शिवलिंग नीचे एक आकार में बनी पत्थर की धुरी पर टिका हुआ है। अपनी धुरी पर यह शिवलिंग चारों तरफ घूम जाता है।
मंदिर में आने वाले भक्त शिवलिंग को अपनी सुविधानुसार घुमाकर पूजा कर लेते हैं।
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यह शिवलिंग नीचे एक आकार में बनी पत्थर की धुरी पर टिका हुआ है। अपनी धुरी पर यह शिवलिंग चारों तरफ घूम जाता है।
मंदिर में आने वाले भक्त शिवलिंग को अपनी सुविधानुसार घुमाकर पूजा कर लेते हैं।