आपको बता दें कि शाह द्वारा दोपहर के सत्र में पार्टी का कार्यवृत रखा जाएगा। लगभग एक घंटे तक सभा स्थल पर रुकने के बाद वह वापस चले जाएंगे। उन्हें मुख्य गेट से लाने की बजाय सेवा भारती की तरफ के गेट से सभा स्थल पर ले जाया जाएगा। बता दें कि ग्वालियर में पहली बार आयोजित बैठक में सामाजिक, राजनैतिक तथा धार्मिक विषयों पर सरकार्रवाह द्वारा सरसंघचालक के मार्गदर्शन में विचार होगा। तीन दिवसीय बैठक में जहां 42 प्रातों के कार्रवाह, संघ चालक एवं प्रचारकों के साथ ही अखिल भारतीय कार्यकारिणी के 11 जोन के पदाधिकारी भी शामिल होंगे। इस बैठक में जहां पदाधिकारी अपने अनुभवों को अन्य प्रतिनिधियों के साथ बांटेंगे वहीं आगे आने वाले साल में कौन से कार्यक्रम करने हैं इसके साथ ही संघ शिक्षा वर्ग सहित अन्य मुददों पर चिंतन करेंगे।
इसलिए महत्वपूर्ण है यह बैठक
आरएसएस की निर्णय लेने वाली सर्वोच्च सभा की बैठक ऐसे समय में हो रही है जब अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होना है। इसके अलावा पुलवामा आतंकी हमले और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायु सेना के हमले और पाकिस्तान द्वारा भारतीय वायु सीमा के उल्लंघन का मुद्दा सुर्खियों में है। यह पूछे जाने पर कि बैठक में क्या पुलवामा आतंकी हमले से जुड़े घटनाक्रम पर चर्चा होगी। इस पर संघ के संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा,बैठक में तात्कालिक मुद्दों पर चर्चा होती है।