अवैध खरीद रुकी तो दोगुनी हो गई कृषि उपज मंडी की वार्षिक आय
ग्वालियरPublished: Dec 02, 2022 06:15:38 pm
कुछ सालों से आर्थिक तंगी से गुजर रही कृषि उपज मंडियों के दिन अब फिरने लगे हैं। व्यापारियों द्वारा अपनी दुकानों और गोदामों पर अवैध तरीके से की जाने वाली अनाज की खरीद...


अवैध खरीद रुकी तो दोगुनी हो गई कृषि उपज मंडी की वार्षिक आय
ग्वालियर. कुछ सालों से आर्थिक तंगी से गुजर रही कृषि उपज मंडियों के दिन अब फिरने लगे हैं। व्यापारियों द्वारा अपनी दुकानों और गोदामों पर अवैध तरीके से की जाने वाली अनाज की खरीद पर अंकुश लगने से मंडी में आवक बढ़ी है, इससे मंडी की आय भी बढ़ी है।
ग्वालियर में नारायण विहार कॉलोनी के निकट संचालित कृषि मंडी में इस वर्ष नवंबर तक मंडी शुल्क के रूप में करीब चार करोड़ रुपए आय हुई है, जबकि वर्ष-2020 में दो करोड़ रुपए ही मंडी शुल्क जमा हुआ था।
वर्ष-2018 एवं 2019 में कृषि उपज मंडियों में आवक घटने से मंडी शुल्क भी अपेक्षित रूप से नहीं मिल पा रहा था। गल्ला व्यापारी क्षेत्र के किसानों से सीधे तौर पर गल्ला खरीद रहे थे। सरसों, धान, गेहूं, बाजरा, चना आदि अनाज की तुलाई मंडी में नहीं होने के कारण व्यापारी मंडी कर में आसानी से चपत लगा रहे थे। इससे मंडी की आय कम हो गई। वर्ष- 2018 में करीब एक करोड़ रुपए मंडी शुल्क जमा हो पाया था, जबकि वर्ष-2019 में आय इससे भी नीचे उतरकर 90 लाख के करीब ही सिमट गई।