ग्वालियर

घर से ड्यूटी के लिए निकला फौजी हुआ लापता, मोबाइल हुआ बंद

ड्यूटी जाते समय रास्ते में से फौजी लापता

ग्वालियरJul 15, 2019 / 04:53 pm

Gaurav Sen

घर से ड्यूटी के लिए निकला फौजी हुआ लापता, मोबाइल हुआ बंद

मुरैना. घर से ड्यूटी जाते समय रास्ते में से फौजी के लापता होने पर परिजन चितिंत हैं। परिजनों ने हर संभावित जगहों पर तलाशा लेकिन कहीं कोई पता नहीं चला तो जीआरपी थाने में गुमइंसानी दर्ज करवा दी है।

पोरसा निवासी शैलेन्द्र सिंह तोमर ने बताया, उसके भाई सुनील सिंह (38) पुत्र वीरपाल सिंह तोमर आर्मी में सूरतगढ़ में पोस्टेड हैं। वह 6 जुलाई को छह दिन की छुट्टी पर घर आए थे। 12 जुलाई को ड्यूटी के लिए सुबह दस बजे घर से निकले हैं। शाम सात बजे पत्नी मीना से बात हुई तो सुनील ने बताया था, मुरैना स्टेशन पर आ गया हूं, टे्रन में बैठने वाला हूं। रात दस बजे फोन किया तो घंटी जाती रही, फोन रिसीव नहीं किया। बाद में मोबाइल बंद हो गया, उसके बाद कोई संपर्क नहीं हो सका। उधर आर्मी मुख्यालय पर पता किया तो वहां भी नहीं पहुंचे हैं।

चोरी गया माल वापस मिलने पर जमा नहीं कराया था न्यायालय में
अंबाह में चोरी गया माल बरामद करने के बाद भी पुलिस ने न्यायालय में जमा नहीं कराया। न्यायालय ने इसे गंभीर मामला मानते हुए तत्कालीन थाना प्रभारी सिहोनिया अमर सिंह गुर्जर के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने के आदेश न्यायिक मजिस्ट्रेट विवेक जैन ने दिए हैं।

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जानकारी के अनुसार 12 जून 2017 को भूपेंद्र पुत्र वीरेंद्र सिंह निवासी खडयि़ाहार ने थाना सिहोनिया में रिपोर्ट दर्ज कराई, उनके मकान से सोने चांदी के जेवरात सहित 10 हजार रुपए नकद व आवश्यक दस्तावेज चोरी हो गए हैं। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच प्रारंभ की और चार जुलाई 2017 को आरोपियों को गिरफ्तार कर सोने की अंगूठी, दो चांदी की अंगूठी 1600 रुपए सहित कुछ आवश्यक कागजात चोरों से बरामद कर लिए। पुलिस द्वारा जब्त सामान को वापस मांगने के लिए 10 जनवरी 2019 को न्यायालय अंबाह में भूपेंद्र सिंह ने आवेदन लगाया।

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इसमें मांग की गई कि पुलिस ने जो सामान जब्त किया है वह उसे वापस दिलाया जाए। न्यायालय ने थाना प्रभारी को माल पेश करने के लिए आदेशित किया। कई बार तारीख तय होने के बावजूद जब जवाब नहीं मिला तो पत्र व्यवहार किया। न तो थाना प्रभारी पेश हुए, न सामान जमा कराया और न ही जवाब दिया। न्यायालय ने 13 जुलाई को थाना प्रभारी को तलब किया। लेकिन इसके बावजूद थाना प्रभारी न्यायालय में पेश नहीं हुए और सामान भी जमा नहीं कराया।

इसके बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट विवेक जैन ने थाना प्रभारी अंबाह को न्यायालय की अवहेलना सहित बरामद किए गए माल को वापस न दिए जाने के चलते मुकदमा दायर करने का आदेश दिए। न्यायालय ने आइजी को जांच कराने के भी आदेश दिए हैं।

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