थानाधिकारी घेवरसिंह गुसाईवाल के अनुसार इस गिरोह के मुख्य सरगना नाइजीरियन रेवाजू बाबालोला पुत्र अरोली बाबालोला व एक अन्य साथी जितेन्द्र सोनी निवासी महामंदिर दूसरी पोल हाल मुम्बई को बिलाड़ा लाकर उनसे पूछताछ की गई।
पूछताछ के दौरान दोनों ने बिलाड़ा, पाली और जोधपुर के लोगों के खाते से पैसे उड़ाना स्वीकार किया। यूूं करते है ठगी जोधपुर निवासी जितेन्द्रसोनी जो कि विभिन्न गांवों कस्बों के एटीएम कक्ष के बाहर खड़ा रहता है तथा ऐसे शख्स की तलाश में रहता है, जिसे अपने एटीएम से मशीन से पैसा निकालना नहीं आता।
उसकी सहायता करने के नाम पर जितेन्द्र उस व्यक्ति का एटीएम कार्ड लेकर उससे उसके पिन नम्बर पूछकर रुपए निकालकर देता और वह व्यक्ति रुपए की गिनती में व्यस्त रहता, तब तक जितेन्द्र अपने पॉकेट से मशीन निकालकर कार्ड की कॉपी कर अपने नाइजीरियन दोस्त रेवाजू बाबालोला के पास भेजता, नाइजीरियन एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार करता और ये लोग एटीएम से रुपए उड़ा लेते।
आरोपियों का जाल अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों से पूछताछ करने वाली इन्स्पेक्टर लीला चौधरी बताती है कि जितेन्द्र और रेवाजू बाबालोला राष्ट्रीय एवं अन्र्तराष्ट्रीय पर साइबर क्राइम जैसी घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।
इनका एक बड़ा गिरोह कार्यरत है जिसका यह नाइजीरियन मुख्य सरगना है। गिरोह के सदस्य एटीएम स्केन कर उसका क्लोन बना एटीएम से या ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करने व ऑनलाइन खरीदी में पारंगत है।