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VIDEO : स्मृति शेष : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन,ग्वालियर चंबल संभाग में शोक की लहर

locationग्वालियरPublished: Aug 16, 2018 08:47:31 pm

Submitted by:

monu sahu

VIDEO : स्मृति शेष : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन,ग्वालियर चंबल संभाग में शोक की लहर

Atal bihari vajpayee

Atal bihari vajpayee

ग्वालियर। भारत रत्न और तीन बार प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार की शाम को पांच बजे दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। वे 93 वर्ष के थे। वह दो महीने से एम्स में भर्ती थे। उनके निधन की सूचना जैसे ही ग्वालियर के लोगों को मिली सारा शहर शोक में डूब गया। शहर के हर गली चौराह पर दिखने वाली भीड़ एकदम से थम सी गई। शहर के कई जगह तो एकदम से सुनसान हो गई। उनके निधन की जानकारी मिलते ही अटलजी के भतीजे दीपक वाजपेयी और भांजे सांसद अनूप मिश्रा परिवार सहित दिल्ली पहुंच गए हैं। वहीं भाजपा कार्यालय में गम का माहौल छा गया है। देर रात तक यहां नेताओं का यहां पहुंचना शुरू हो गया है।
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वहीं शहर के तमाम नेताओं ने अटल जी के निधन पर शोक जताया और हर किसी की आंखों में आंसू नजर आ रहे हैं। पत्रिका ने जब शहर में रह रही उनकी भतीजी कांति मिश्रा से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि सभी लोग दिल्ली चले गए हैं। मैं सेहत खराब होने की वजह से नहीं गई। प्रार्थना कर रही हूं कि एक बार फिर अटलजी को भाषण देते हुए देख सकूं।
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ग्वालियर का शासकीय गोरखी स्कूल जहां पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने शिक्षा की।आज उसी गोरखी स्कूल के मंदिर में शिक्षक और छात्रों ने अटल जी के स्वास्थ को लेकर प्रार्थना की। लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था। अटल जी के निधन के चलते ग्वालिय चंबल सभाग सहित देशभर में शोक की लहर है।
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ग्वालियर में 1924 में जन्मे
वाजपेयी मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 25 दिसंबर 1924 को जन्मे। वे मूलत: कवि थे और शिक्षक भी रह चुके थे। 1951 में जनसंघ की स्थापना हुई और अटलजी ने चुनावी राजनीति में प्रवेश किया। 1957 में वाजपेयी मथुरा से लोकसभा चुनाव लड़े लेकिन हार गए।
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हालांकि,बलरामपुर सीट से वे जीत गए। 1975-77 के आपातकाल के दौरान वे गिरफ्तार किए गए। 1977 के बाद जनता पार्टी की मोरारजी देसाई की सरकार में वे विदेश मंत्री भी रहे। 1980 में उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी के साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी। वे 10 बार लोकसभा सदस्य रहे।
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