अटल जी के निधन के बाद अब देश में चर्चा इस बात की शुरू हो गई है कि अटल बिहारी वाजपेयी की संपत्ति का वारिस कौन होगा? सब अपने-अपने तरीके ये कयास लगा रहे हैं। कोई कह रहा है कि उनकी संपत्ति ट्रस्ट में जाएगी। क्योंकि उन्होंने कोई वसीयत बनाई ही नहीं थी। कोई कह रहा है कि उनकी संपत्ति को राष्ट्रीय धरोहर घोषित कर दी जाए। ताकि देश में उनकी निशानी सदियों तक रहे। लेकिन यह सब कयासों के अलावा कुछ भी नहीं है तो आइए हम आपको भी बताते हैं कि आखिर उनकी संपत्ति के असली हकदार कौन होंगे?
अटल जी के पिता पंडित कृष्णबिहारी वाजपेयी टीचर थे और मां कृष्णा देवी घरेलू महिला थीं। उनका जन्म ग्वालियर में हुआ था। अटल जी के परिवार में उनके माता-पिता के अलावा तीन बड़े भाई अवधबिहारी, सदाबिहारी और प्रेमबिहारी वाजपेयी और तीन बहनें थीं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती शिक्षा मंदिर बाड़ा ग्वालियर में हुई। अटल जी के ग्वालियर में अभी भी कई रिश्तेदार रहते हैं।
इनमें भतीजी कांति मिश्रा और भांजी करुणा शुक्ला,भांजे सांसद अनूप मिश्रा है। वहीं ग्वालियर में अटल जी के भतीजे दीपक वाजपेयी भी रहते है। हालांकि अटल बिहारी वाजपेयी आजीवन अविवाहित रहे. लेकिन, 1998 में जब वे 7, रेसकोर्स रोड में रहने पहुंचे तो उनकी दोस्त राजकुमारी कौल की बेटी और उनकी दत्तक पुत्री नमिता और उनके पति रंजन भट्टाचार्य का परिवार भी साथ रहने आया। राजकुमारी कौल के बारे में बताया जाता है कि जब अटल प्रधानमंत्री थे तब कौल वाजपेयी के घर की सदस्य थीं। उनके निधन के बाद वाजपेयी के आवास से जो प्रेस रिलीज जारी की गई थी, उसमें उन्हें वाजपेयी के घर का सदस्य संबोधित किया गया था।
निष्ठा से भरा था वाजपेयी जी का जीवन
आपको बता दें की वाजपेयी जी 3 बार भारत के प्रधानमंत्री रहे हैं जिसमे से सबसे पहली बार 1 दिन के लिए , दूसरी बार 13 दिन के लिए और तीसरी बार पुरे 5 साल के लिए। अटल जी ऐसे पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने अपना 5 साल का कार्यकाल पूर्ण किया। अटल जी बचपन से ही काफी प्रखर बुद्धि के थे 16 साल की उम्र में वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े। इसके बाद अटल जी ने स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता के तौर पर अपना पूरा जीवन अविवाहित बिताने का निर्णेय लिया।
आपको बता दें की वाजपेयी जी 3 बार भारत के प्रधानमंत्री रहे हैं जिसमे से सबसे पहली बार 1 दिन के लिए , दूसरी बार 13 दिन के लिए और तीसरी बार पुरे 5 साल के लिए। अटल जी ऐसे पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने अपना 5 साल का कार्यकाल पूर्ण किया। अटल जी बचपन से ही काफी प्रखर बुद्धि के थे 16 साल की उम्र में वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े। इसके बाद अटल जी ने स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता के तौर पर अपना पूरा जीवन अविवाहित बिताने का निर्णेय लिया।
आखिर कितनी है अटल बिहारी वाजपेयी के पास संपत्ति
देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने शादी नहीं की थी,जब शादी नहीं की तो कोई संतान भी नहीं है। ऐसे में उनकी संपत्ति का मालिक कौन होगा अभी तय नहीं है। इससे पहले आपको बता दें कि पूर्व पीएम अटन बिहारी वाजपेयी दुनिया के सबसे ईमानदार राष्ट्राध्यक्षों में से एक रहे हैं। इसके बाद भी उनके पास आज भी 14 करोड़ से ज्यादा है संपत्ति है। एक रिपोर्ट के अनुसार उनके पास 2 मीलियन डॉलर की संपत्ति है। अगर इसकी गणना भारतीय रुपए में की जाए तो वो आज के समय के अनुसार 14.05 करोड़ रुपए बैठ रही है।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने शादी नहीं की थी,जब शादी नहीं की तो कोई संतान भी नहीं है। ऐसे में उनकी संपत्ति का मालिक कौन होगा अभी तय नहीं है। इससे पहले आपको बता दें कि पूर्व पीएम अटन बिहारी वाजपेयी दुनिया के सबसे ईमानदार राष्ट्राध्यक्षों में से एक रहे हैं। इसके बाद भी उनके पास आज भी 14 करोड़ से ज्यादा है संपत्ति है। एक रिपोर्ट के अनुसार उनके पास 2 मीलियन डॉलर की संपत्ति है। अगर इसकी गणना भारतीय रुपए में की जाए तो वो आज के समय के अनुसार 14.05 करोड़ रुपए बैठ रही है।
2004 के एफिडेविट के अनुसार वाजपेयी की संपत्ति
2004 के लोकसभा चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा भरे गए शपथ पत्र को नजीर रखें तो उस समय उनकी कुल चल संपत्ति 30,99,232.41 रुपए थी। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री होने के नाते 20,000 रुपये की मासिक पेंशन और सचिवीय सहायता के साथ 6000 रुपये का कार्यालय खर्च भी मिलता था। यदि हम अटल जी की अचल संपत्ति की बात करें तो 2004 के शपथ पत्र के अनुसार उनके नाम पर दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश में फ्लैट नं0 509 है. जिसकी 2004 के समय कीमत 22 लाख रुपये थी। वहीं अटल जी के पैतृक निवास शिंदे की छावनी कमल सिंह का बाग की 2004 के समय कीमत 6 लाख रुपये थी और वर्तमान में करीब 50 लाख रुपए है।
2004 के लोकसभा चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा भरे गए शपथ पत्र को नजीर रखें तो उस समय उनकी कुल चल संपत्ति 30,99,232.41 रुपए थी। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री होने के नाते 20,000 रुपये की मासिक पेंशन और सचिवीय सहायता के साथ 6000 रुपये का कार्यालय खर्च भी मिलता था। यदि हम अटल जी की अचल संपत्ति की बात करें तो 2004 के शपथ पत्र के अनुसार उनके नाम पर दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश में फ्लैट नं0 509 है. जिसकी 2004 के समय कीमत 22 लाख रुपये थी। वहीं अटल जी के पैतृक निवास शिंदे की छावनी कमल सिंह का बाग की 2004 के समय कीमत 6 लाख रुपये थी और वर्तमान में करीब 50 लाख रुपए है।
इस तरह 2004 के शपथ पत्र के लिहाज से अटल जी की कुल अचल संपत्ति 28,00,000 रुपये थी। हालांकि,अभी अटल जी की वसीयत सामने नहीं आई है लेकिन साल 2005 में संशोधित हिन्दू उत्तराधिकार कानून के अनुसार यह संपत्ति उनकी दत्तक पुत्री नमिता और दामाद रंजन भट्टाचार्य को मिलने की बात कही जा रही है। लेकिन एक वेबसाइट के अनुसार ऐसा कहा जा रहा है कि आज के समय में अटल जी की कुल सम्पति करीब साढ़े चौदह करोड़ रुपए है।
संपत्ति के ये होंगे वारिस ?
आपको बता दें कि यह बात किसी से छिपी नहीं है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने शादी नहीं की थी। लेकिन उन्होंने एक बच्ची को गोद ले लिया था। जिसकी उन्होंने परवरिश करने के साथ शादी की और तमाम जरुरतों का ख्याल रखा। वैसे उनकी वसीयत तो सामने नहीं आई है। लेकिन 2005 में संशोधित हिन्दू उत्तराधिकार कानून की बात करें तो उसके अनुसार उनकी संपत्ति उनकी दत्तक पुत्री नमिता और दामाद रंजन भट्टाचार्य को मिलने की उम्मीद है। इस नियम के अनुसार वो दोनों ही इस पूरी संपत्ति के मालिक होंगे। अब देखने वाली बात होगी कि आखिर वास्तव में इस संपत्ति का असली अधिकारी कौन होगा?
आपको बता दें कि यह बात किसी से छिपी नहीं है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने शादी नहीं की थी। लेकिन उन्होंने एक बच्ची को गोद ले लिया था। जिसकी उन्होंने परवरिश करने के साथ शादी की और तमाम जरुरतों का ख्याल रखा। वैसे उनकी वसीयत तो सामने नहीं आई है। लेकिन 2005 में संशोधित हिन्दू उत्तराधिकार कानून की बात करें तो उसके अनुसार उनकी संपत्ति उनकी दत्तक पुत्री नमिता और दामाद रंजन भट्टाचार्य को मिलने की उम्मीद है। इस नियम के अनुसार वो दोनों ही इस पूरी संपत्ति के मालिक होंगे। अब देखने वाली बात होगी कि आखिर वास्तव में इस संपत्ति का असली अधिकारी कौन होगा?