ग्वालियरPublished: Oct 27, 2022 05:11:23 pm
Ashtha Awasthi
-बैंड-बाजा और बारात के लिए इंतजार
-शुक्र तारा अस्त होने से बनी स्थिति
-नए साल में 25 जनवरी से मार्च तक मुहूर्त
ग्वालियर। जगत के पालनहार भगवान श्रीहरि 10 जुलाई से योग निद्रा में हैं। 4 नवंबर को देवउठनी एकादशी के साथ भगवान की योगनिद्रा समाप्त होगी। लेकिन इस बार देवउठनी एकादशी से विवाह मुहूर्त शुरू नहीं होंगे। इसकी वजह एकादशी के दिन भी शुक्र ग्रह का अस्त रहना है। विवाह की शहनाई बजने के लिए लोगों को ग्यारस के 29 दिन बाद तक इंतजार करना होगा।