scriptरोते-रोते रामश्री ने पल्लू से हटाईं थी पति की आखों में लगी चीटियां, मंत्री से बेटी बोली हमारे पिता को भी डराते-धमकाते थे | Balachandra Lodhi daughter said helth minister startle our father | Patrika News
ग्वालियर

रोते-रोते रामश्री ने पल्लू से हटाईं थी पति की आखों में लगी चीटियां, मंत्री से बेटी बोली हमारे पिता को भी डराते-धमकाते थे

said helth minister startle our father : मृतक बालचंद्र के घर पहुंचे प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट

ग्वालियरOct 22, 2019 / 03:17 pm

monu sahu

Balachandra Lodhi daughter said helth minister startle our father

रोते-रोते रामश्री ने पल्लू से हटाईं थी पति की आखों में लगी चीटियां, मंत्री से बेटी बोली हमारे पिता को भी डराते-धमकाते थे

ग्वालियर। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट एक दिवसीय दौरे पर शिवपुरी आए। जहां वह सोमवार की शाम को मृतक बालचंद्र लोधी (जिसके शव में चींटियां लग गईं थीं) के घर फक्कड़ कॉलोनी पहुंचे तथा मृतक के परिजनों से चर्चा की। मृतक की पत्नी व बेटियों से सहायता आदि की जानकारी लेने के बाद कहा कि सरकार आपके साथ है और आपकी हर संभव मदद की जाएगी। इस बीच मृतक की बेटियों ने कहा कि हमारे घर के आसपास शराबी-जुआरी आए दिन हंगामा करते हैं और हमारे पिता को भी डराते-धमकाते थे।
मौत के 5 घंटे तक अस्पताल के बेड पर पड़ा रहा शव, आंख पर रेंगती रहीं चीटियां, सीएम कमलनाथ बोले दोषी पर हो कड़ी कार्रवाई

मंत्री ने कहा कि मैं अभी एसपी ने कहता हूं, आप बिल्कुल भी चिंता न करें। मंत्री ने परिजनों से पूछा कि आपको दो लाख रुपए की मदद मिल गई क्या?, तो उन्होंने नहीं मिलने की बात कही। इस पर मंत्री ने जिला पंचायत सीईओ एचपी वर्मा से कहा कि इनके खाते में जल्द से जल्द सहायता राशि डलवाई जाए। इसके बाद वह रात पौने आठ बजे जिला अस्पताल पहुंचे,उन्होंने सबसे पहले मेटरनिटी विंग का निरीक्षण किया। यहां बता दें कि 16 अक्टूबर को शिवपुरी जिला अस्पताल में शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई थी जहां एक मृत मरीज़ की लाश पांच घंटे वॉर्ड के बेड पर पड़ी रही और उसकी आंख और शरीर पर चींटियां लग गईं थी।
बड़ी खबर : मौत के बाद मरीज की आंख पर रेंगती रहीं चीटियां, सिविल सर्जन, ड्यूटी डॉक्टर सहित तीन नर्स निलंबित

बाद में मामला उजागर होने के बाद शव को मेडिकल वार्ड से अलग किया। ख़बर मिलते ही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना की जांच के आदेश देते हुए कहा था कि इस तरह की असंवेदनशीलता कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी तुंरत कार्रवाई करने की बात कही। इसके बाद प्रशासन में हडक़ंप मच गया और बाद में जिला अस्पताल के सिविल सर्जन सहित ड्यूटी डॉक्टर व तीन नर्सों को तत्काल निलंबित कर दिया गया है।
चंबल का सितारा था यह नेता, गांव से लेकर विधानसभा तक ऐसा रहा सफर, जानें

मीडिया से ये बोले मंत्री
परिजनों से मिलने के बाद मीडिया से चर्चा के दौरान जब मंत्री से पूछा कि इस मामले में ड्यूटी डॉक्टर प्रथम दृष्टया दोषी थे, लेकिन उनके निलंबन की कार्रवाई अभी प्रस्तावित है, जबकि सिविल सर्जन डॉ. पीके खरे को निलंबित कर दिया। मंत्री ने कहा कि जल्दबाजी में ऐसा हो गया होगा, लेकिन मैंने अभी रास्ते में ही कमिश्रर से कहा है कि जो निर्दोष है, उसे सजा न दी जाए, लेकिन दोषी को किसी भी सूरत में न बख्शा जाए।
स्वास्थ्य मंत्री बोले आप लोग निडर होकर काम करें, पीछे मैं खड़ा हूं, फिर सामने आई ये सच्चाई

Balachandra Lodhi daughter said helth minister startle our father
यह है पूरा मामला
करौंदी निवासी बालचंद्र लोधी उम्र 40 साल को पेट दर्द की शिकायत के बाद जिला अस्पताल भर्ती कराया गया था। मंगलवार को इलाज के दौरान अल सुबह उसकी मौत हो गई। मौत के बाद उसके पलंग पर कोई परिजन नहीं था, इस कारण बालचंद्र की लाश पलंग पर ही पड़ी रही। इस दौरान उसकी आंखों व शरीर पर चिटिंयां लग गईं। अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉ दिनेश राजपूत सहित स्टाफ नर्स रेवती, अर्चना व प्रियंका ने भी मरीज को देखा परंतु उसको शिफ्ट कराने संबंधी कोई कार्रवाई नहीं की।
इस कारण लाश करीब पांच घंटे तक वार्ड में ही पड़ी रही। यह मामला जब मीडिया में सुर्खियां बना तो प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कलेक्टर अनुग्रहा पी को निर्देश दिया कि मामले की जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो। कलेक्टर ने एडीएम आरएस वालोदिया,एसडीएम पोहरी मुकेश सिंह को मामले की जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने मरीजों व डॉक्टर, नर्सेस के बयान लेकर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस मामले में कमिश्नर ने सिविल सर्जन डॉ पीके खरे, ड्यूटी डॉ दिनेश राजपूत व नर्स रेवती, अर्चना तथा प्रियंका को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
मरीजों ने बुलाया मृतक की पत्नी को
अस्पताल प्रबंधन किस कदर लापरवाह है, इसकी बानगी इस बात से मिलती है कि न सिर्फ स्टाफ को मरीजों ने सूचना दी, बल्कि 11 बजे तक जब कोई मृतक बालचंद की सुध नहीं लेने आया तो मरीजों ने ही उसकी पत्नी रामश्री लोधी को बुलाया गया।
रोते-रोते रामश्री ने पल्लू से हटाईं चीटियां
जैसे ही रामश्री सूचना मिलने के बाद अस्पताल आई वह फूट-फूट कर रोने लगी। उसने अपने पति की आंख पर चीटियां देखी तो अवाक रह गई। मौके पर मौजूद मरीजों के मुताबिक ऐसे में रामश्री ने ही पल्लू से चीटियां आंख से हटाईं। बाद में अपने पति के शव को जैसे-तैसे मरीजों के सहयोग से ही अस्पताल से लेकर गई।
नवजात की उंगुली भी काट चुके हैं चूहे
जिला अस्पताल में एक दो नहीं बल्कि कई शर्मशार करने वाली घटनाएं सामने आई हैं। करीब एक साल पहले जिला अस्पताल में चूहों ने एक न नवजात की अंगुली काट ली थी। इसके बाद इस मामले ने तूल पकडा तो उसके बाद जिला अस्पताल में चूहें पकडऩे का अभियान चलाया था, लेकिन अब भी जिला अस्पताल में चूहे मरीजों बीच धमाचौकड़ी मचाते हुए देखे जा सकते हैं।

Home / Gwalior / रोते-रोते रामश्री ने पल्लू से हटाईं थी पति की आखों में लगी चीटियां, मंत्री से बेटी बोली हमारे पिता को भी डराते-धमकाते थे

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो