इजराइल ने यहां लगाई है हथियारों की फैक्ट्री
आंतकवादी विरोधी अभियानों में प्रयुक्त होने वाली छोटी गनों से लेकर मिसाइल खरीदी के बड़े एग्रीमेंट किए जाने हैं। इस एग्रीमेंंट में मेक इन इंडिया के तहत इजराइल की मदद से हथियार विकसित करना भी शामिल है। दरअसल इजराइल ने ग्वालियर में अपना भारतीय कंपनी के साथ साझा उपक्रम हाल ही में शुरू किया है। ये हथियार सर्जीकल स्ट्राइक जैसे खुफिया ऑपरेशन में कारगर साबित होंगे। ये हथियार ऐसे हैं कि पाकिस्तान के होश उड़ा देंगे।
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जानकारों के मुताबिक इस सामरिक डील में कहीं न कहीं ग्वालियर भी शामिल है। दरअसल भारत में इजराइल के सहयोग से निजी क्षेत्र में आम्र्स निर्माण की नींव चम्बल घाटी में रखी गई है। यहां हल्के रक्षा उत्पादों का निर्माण किया जाना है। ये हथियार भारतीय सेना के लिए बेहद उपयोगी बताए जा रहे हैं।
ग्वालियर से मात्र बीस किलोमीटर दूर मालनपुर औद्योगिक क्षेत्र में शतप्रतिशत विदेशी निवेश से एक साझा उपक्रम स्थापित किया है। साझा उपक्रम में इजराइली कंपनी एस के ग्रुप और भारतीय डिफेंस क्षेत्र की निजी कंपनी पुंजलायड छोटे हथियारों के निर्माण में लगी हुई हैं। दोनों के इस साझे उपक्रम में तकनीकी ट्रांसफर का करार हुंआ है। इस साझा उपक्रम ने उत्पादन शुरू कर दिया है।
काबिले गौर है कि इजराइल की रक्षा उत्पाद बनाने की ये भारत में पहली साझेदारी है। इसी साल 4 मई केा मालनपुर में इस डिफेंस युनिट की शुरूआत हुई है। इसके उद्घाटन समारोह में इजराइली रक्षा मंत्रालय के प्रतिनिधि माइकल वेन, इजराइल के भारत में राजदूत एच ई डेनियल मौजूद रहे थे। इस यूनिट का उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने संयुक्त रूप किया था। सर्जिकल स्ट्राइक और एंटी टेरेरिज्म मूवमेंट के लिए हैं बेस्ट मालनपुर में बनने वाले इन हथियारों की खासियत ये है कि सर्जिकल स्ट्राइक, आंतकवादी मुठभेड़ या किसी भी अन्य एंटी टेरेरिज्म ऑपरेशन के लिहाज से तैयार किए जा रहे हैं। बता दें कि भारत पीओके में जो सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था, उसमें इसी प्रकार के हथियारों का इस्तेमाल हुआ था, जो कि अब ग्वालियर के पास मालनपुर में बनेंगे।