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बहनें करेंगी भाई का तिलक, कल मनेगी भाईदौज

locationग्वालियरPublished: Oct 28, 2019 08:02:52 pm

Submitted by:

Narendra Kuiya

– सोमवार को दिन भर बाजारों में रहा खरीदारी का दौर

बहनें करेंगी भाई का तिलक, कल मनेगी भाईदौज

बहनें करेंगी भाई का तिलक, कल मनेगी भाईदौज

ग्वालियर. भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का पर्व भाईदौज मंगलवार को मनाया जाएगा। दीप पर्व के पांचवे दिन बहनें अपने भाई को तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र की कामना करेंगी। भाईदौज के लिए सोमवार को दीपावली के बाद भी बाजारों में खरीदारी का दौर जारी रहा।
इसलिए मनाते हैं भाईदौज
भाईदौज मनाने के पीछे भी किवदंती है कि यमराज की बहन यमराज सेे मिलने के लिए काफी उत्साहित थी और उन्हें कई बार अपने घर आमंत्रित कर चुकी थी। यमराज के पास समय का अभाव होने के कारण वह अपनी बहन के घर नहीं जा पा रहे थे। आज ही के दिन यमराज ने अपनी बहन को कुछ देर का समय दिया और उनके घर पहुंचे। घर पहुंचने पर बहन ने यमराज का तिलक कर उनकी लंबी उम्र की कामना की, तभी सेे यह पर्व भाईदौज के रूप में मनाया जाता है। इसे यम द्वितीया भी कहा जाता है।
ये हैं श्रेष्ठ मुहूर्त
ज्योतिर्विद डॉ.एचसी जैन ने बताया कि दीपावली के दो दिन बाद कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दौज का पर्व मनाया जाता हैै। पांच दिनों तक चलने वाले महापर्व का यह आखरी पर्व है। 29 अक्टूबर को पूरे दिन रात 3.47 बजे तक भाई दौज रहेगी। इस दिन बहन द्वारा पूजा की थाली सजाकर तिलक लगाकर अपने भाई को नारियल व मिठाई दी जाती है। उसके स्वरूप व दीर्घायु होने की कामना की जाती है। इस दिन बहन के घर भोजन करनेे का विशेेष महत्व है।
भाई दौज का मुहूर्त, तिलक का समय
– दोपहर 1.11 बजे से 3.25 बजे तक।
चित्रगुप्त और कलम-दवात का पूजन भी होगा
भाईदौज के दिन कायस्थ समाज के लोग भगवान चित्रगुप्त का पूजन करते हैं। साथ ही इस दिन कलम-दवात की भी पूजा होती है। हकीम देवी प्रसाद रामन्यारी न्यास की ओर से चित्रगुप्त मंदिर कायस्थ छात्रावास दौलतगंज पर शाम 5 बजे भगवान चित्रगुप्त और कलम दवात का पूजन होगा। ट्रस्ट के सचिव अरूण कुलश्रेष्ठ नेे बताया चित्रगुप्त का पूजन एवं यज्ञ पंडित राजेश्वर राव वैदिक विधि-विधान से कराएंगे।

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