प्रदर्शन के दौरान सवर्ण-ओबीसी के प्रतिनिधियों से ज्ञापन लेने के लिए नगर प्रशासन मंत्री मायासिंह और नवकरणीय ऊर्जा मंत्री नारायण सिंह कुशवाह बाहर आए। मंत्रियों के बाहर आते ही सभी ने मांग की कि मंत्री बैठकर उनकी बात सुनें और ज्ञापन लें फिर हम सभी वापस चले जाएंगे। इसके साथ ही कुछ लोगों ने सवाल दाग दिया कि भाजपा को सवर्ण-ओबीसी वोट नहीं चाहिए क्या ? इसके बाद दोनों मंत्री बगैर ज्ञापन लिए वापस चले गए तो प्रदर्शनकारियों ने बैठक स्थल के बाहर गेट पर ज्ञापन चस्पा किया और सडक़ पर चले गए।
नारेबाजी करते हुए सभी ने मंत्रियों को बाहर आने के लिए आवाज लगाई। इसके बाद भी जब कोई प्रतिनिधि बाहर नहीं निकला तो सभी ने कहा कि जिनको हमने चुनकर जनप्रतिनिधि बनाया है, अब वे ही हमारी बात नहीं सुन रहे हैं। इसके बाद साडा अध्यक्ष राकेश जादौन, भाजपा जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा और उपाध्यक्ष रामेश्वर भदौरिया बाहर निकले और ज्ञापन देने की बात की तो सभी ने कहा कि वे भी बैठकर यहीं बैठकर बात करें। इसके साथ ही यह भी बताएं कि माई के लाल किसको बोला है। भाजपा नेता अपने नंबर बढ़ाने के लिए काम न करके जनहित की बात करें। इसके बाद बैठक स्थल से बाहर निकले नेता अंदर चले गए।
बैठक से बाहर निकले सुमावली विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार (नीटू) को प्रदर्शनकारियों ने रोक लिया। इसके बाद सभी ने विधायक से प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कहा। विधायक की चुप्पी के बाद सभी ने इस्तीफा देने की मांग कर डाली। कुछ देर बाद सिकरवार चुपचाप वहां से निकल गए।