प्रदेश पुलिस में लंबे समय से फोर्स को पदोन्नति का इंतजार था। हाल में यह सूची जारी की गई। जिले में करीब 317 सिपाही, हवलदारों को पदोन्नत कर पदभार दिया गया। हालांकि पदोन्नति सशर्त की गई है कि इसमें प्रमोट किए गए पुलिसकर्मियों को सिर्फ पदोन्नत कर पदनाम दिया जाएगा। वेतन में इजाफा नहीं होगा। इसके अलावा विभाग जब चाहेगा तब पदोन्नति को निरस्त कर वापस मूल पद पर भेज सकता है। सूची जारी हुई तो अपना नाम उसमें तलाशने की होड़ लगी। इसमें ऐसे दो पुलिसकर्मियों के नाम सामने आए जो रिटायर हो चुके हैं, लेकिन फिर भी उन्हें प्रमोट किया गया था।
इसी तरह कुछ पुलिसकर्मी ऐसे थे जिन्हें काम में लापरवाही या दूसरे कारणों से सजा दी गई थी। उन्हें प्रमोशन नहीं दिया जा सकता था। ऐसे पुलिसकर्मियों का नाम भी पदोन्न्त सूची में था। इससे खलबली मच गई। पुलिसकर्मियों के मुताबिक यह विभाग के बाबुओं की लापरवाही से हुआ है। पदोन्नत सूची में नाम जोडऩे से पहले यह नहीं देखा गया कि किन्हें सजा दी गई है और कौन सेवानिवृत हो रहा है। इस लापरवाही की वजह से 8 से 10 पुलिसकर्मी पदोन्नति से वंचित हुए हैं।
खुद जाकर बताया, उसके बावजूद प्रमोशन
पुलिसकर्मियों ने बताया कि थाटीपुर थाने में पदस्थ रहे हवलदार यशराम सिंह सेंगर ने तो पदोन्नत सूची में नाम होने की जानकारी होने पर स्थापना शाखा में जाकर खुद जानकारी मुहैया कराई थी कि उनकी सेवानिृवत्ति 2८ फरवरी को होगी। उसके बावजूद उनका नाम पदोन्नत सूची में जोड़ा गया। इसी तरह एक अन्य हवलदार को भी सेवानिवृत्ति के बाद पदोन्नत किया गया है। इसी तरह बहोड़ापुर, मोहना सहित कई थानों में पदस्थ पुलिसकर्मियों जिन्हें सजा दी गई थी। उनके नाम भी प्रमोशन लिस्ट में दर्ज किए गए। जबकि नियमानुसार ऐसे पुलिसकर्मियों को पदोन्नत नहीं किया जा सकता।
जांच कराई जा रही, दंडित किया जाएगा
एसपी ग्वालियर अमित सांघी ने कहा कि प्रमोशन सूची में 8 ऐसे पुलिसकर्मियों के नाम शामिल हुए हैं जो पदोन्नत के पात्र नहीं है। इस बारे में शिकायत सामने आई है। इसलिए दोबारा पुलिसकर्मियों के सर्विस रॉल को जांच करने के आदेश दिए हैं। पदोन्नत सूची जारी करने से पहले ऑफिस के कुछ बाबुओं को पुलिसकर्मियों के सर्विस रॉल की जांच कर नाम छांटने का जिम्मा दिया गया था, जिसने लापरवाही की है, उस बाबू को दंडित किया जाएगा। रिटायर होने वाले पुलिसकर्मियों के नाम सामने आ गए थे उन्हें विलोपित किया गया था। सूची में सुधार कर पात्र पुलिसकर्मियों को पदोन्नत किया जाएगा।