इन लोगों ने कहा, आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, रात में यहां अंधेरा रहता है। इसके बाद हम समाधिया कॉलोनी पहुंचे, बातचीत के दौरान लोगों ने इसे अवैध कॉलोनी बताते हुए यहां तक कह दिया कि विधायक का कार्यालय इसी कॉलोनी में है, तो कार्रवाई कौन करेगा। यहां स्कूल है, उसके पास गंदगी का अंबार लगा है, बच्चे आते हैं, लेकिन उनको पढ़ाने के लिए स्टाफ का टोटा है। सीवर लाइन टूटी पड़ी है, जिसका पानी सडक़ पर बह रहा है। यहां से आगे बढऩे पर हार कोटा सीर स्थित क्षेत्रीय विधायक एवं मंत्री नारायण सिंह कुशवाह के निवास के पास देखा तो वहां की सडक़ की हालत भी खस्ता दिखाई दी।
शहर का मुख्य आकर्षण महाराज बाड़ा, जो इस विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है, यहां कुछ व्यापारी आपस में चर्चा कर रहे थे, उनका कहना था कि महाराज बाड़े को स्मार्ट सिटी में शामिल हुए करीब ढाई साल हो गए, लेकिन यहां कोई विकास नहीं हुआ। फुटपाथ कारोबारी यहां न बैठें, इनके पुनर्वास के लिए कोई योजना तक नहीं बन पाई। उन्होंने इस विधानसभा क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या यातायात व्यवस्था बताई, जिसकी वजह से आए दिन जाम लगते हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं पर नजर डालने के लिए जब हेमसिंह की परेड स्थित डिस्पेंसरी पर पहुंचे, तो देखा वहां मरीजों के लिए कोई इंतजाम नहीं हैं। डॉक्टरों के आने का कोई समय नही हैं। यहां तीस बिस्तर के अस्पताल की मांग लंबे समय से चल रही है। माधौगंज की जनता में समस्याओं का निराकरण न होने पर नाराजगी ज्यादा देखी गई। लोगों का कहना था कि 15 साल से भाजपा की सरकार है, विधायक भाजपा का रहा है, नगर निगम भाजपा की रही है, इसके बाद भी यह क्षेत्र पिछड़ा हुआ है।
जनता के बीच रहे विधायक व प्रतिद्वंद्वी
क्षेत्रीय विधायक व नवकरणीय ऊर्जा मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, क्षेत्र में लगातार सक्रिय बने रहे, लेकिन समस्याओं का निराकरण नहीं हो सका। पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहे रमेश अग्रवाल भी क्षेत्र की जनता के बीच रहे। बड़े सामाजिक, धार्मिक कार्यक्रमों में
उनकी उपस्थिति नजर आती रही।
सरकार का हिस्सा, फिर भी काम अधूरे
क्षेत्र से विधायक नवकरणीय ऊर्जा मंत्री नारायण सिंह कुशवाह पहली बार 2003 में चुनाव जीते थे। उन्हें उस समय ही प्रदेश के मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया था। वह यहां से तीन बार चुने गए और तीनों बार मंत्री रहे। उन्होंने पिछले चुनाव के समय हनुमान बांध से अतिक्रमण हटाकर दोनों ओर सडक़ बनाने, काला सैय्यद सहित कई नालों को पक्का करने, सडक़ बनाने, महाराज बाड़े पर पार्किंग बनवाने का वादा किया था, लेकिन यह वादे पूरे नहीं हुए। प्रतिद्वंद्वी व कांग्रेस के प्रत्याशी रहे रमेश अग्रवाल ने बेहतर सडक़ें, उद्योग स्थापित करने, हर मोहल्ले व कॉलोनी में मीठा पानी दिलाने का वादा किया था, लेकिन वह चुनाव हार गए।
प्रमुख समस्याएं
ठ्ठ हाइवे सहित मुख्य बाजारों की सडक़ों की खस्ता हालत।
ठ्ठ गुढ़ा-गुड़ी क्षेत्र में पाइप लाइन न होने से मीठे पानी का इंतजाम न होना।
ठ्ठ सीवरेज ड्रेनेज न होने से गलियों में बहता रहता है सीवर का पानी।
ठ्ठ शासकीय स्कूल तो है, लेकिन शिक्षकों की कमी रहती है।
ठ्ठ महाराज बाड़ा सहित अन्य बाजारों में पार्किंग न होने से यातायात समस्या है।
ठ्ठ तीस बिस्तरों का अस्पताल बनवाया जाए।
ठ्ठ लक्ष्मीगंज सब्जी मंडी में सडक़ नहीं है, जगह-जगह गंदगी है।
इतनी मिलती है विधायक निधि
ठ्ठ 1 करोड़ 85 लाख एक वर्ष में
ठ्ठ 15 लाख रुपए स्वेच्छानुदान राशि
यहां कर सकते हैं शिकायत
उम्मीदवार या राजनीतिक दल द्वारा किसी भी प्रकार से आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है, तो आप आयोग को फोन, ऑनलाइन या एप पर सूचना दे सकते हैं। आप प्रशासन द्वारा निर्धारित नंबर पर फोन भी कर सकते हैं।
फोन नंबर : 1950, 0751-2446222, 2446204