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मल्टीमीडिया न होने से आधी दुनिया होती ब्लैक एंड व्हाइट

locationग्वालियरPublished: Jan 24, 2019 07:51:59 pm

Submitted by:

Harish kushwah

टीवी, एलईडी, फ ोटो सहित अन्य बिना रंग के होते। 1970 के दशक के बाद ही कम्प्यूटर का सही आगमन मानते हैं। इसके बाद से ही मल्टीमीडिया शब्द प्रचलित होने लगा।

workshop

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ग्वालियर. टीवी, एलईडी, फ ोटो सहित अन्य बिना रंग के होते। 1970 के दशक के बाद ही कम्प्यूटर का सही आगमन मानते हैं। इसके बाद से ही मल्टीमीडिया शब्द प्रचलित होने लगा। मल्टीमीडिया भी कई एलीमेंट्स जैसे टेक्स्ट, इमेज, आर्ट, साउंड, एनीमेशन व वीडियो इत्यादि का काम्बिनेशन है। यह जानकारी दे रहे थे आइटीएम यूनिवर्सिटी के कम्प्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशन के एक्सपर्ट्स, जो स्टूडेंट्स को मल्टीमीडिया एंड वेबसाइट डिजाइनिंग के बारे में विस्तृत रूप से समझा रहे थे। आइटीएम में एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया था। इसमें डबरा, मुरैना, ग्वालियर सहित अन्य जगहों से 150 स्टूडेंट्स ने भाग लिया।
असिस्टेंट प्रो आनंद कुमार पांडे ने बताया कि मल्टीमीडिया दो शब्दों से मिलकर बना है। मल्टीमीडिया में मल्टी का अर्थ है बहुत सारे तथा मीडिया का अर्थ है। पैकेज या एलीमेंट्स जैसे: टैक्स्ट, इमेज, ऑडियो, वीडियो, एनीमेशन आदि। उन्होंने बताया कि मल्टीमीडिया का अर्थ है कि कम्प्यूटर इंफ ोर्मेशन को ऑडियो, वीडियो, इमेज, एनीमेशन इत्यादि के माध्यम से रिप्रजेन्ट किया जा सकता है। कम्प्यूटर के क्षेत्र मे हार्डवेयर के साथ-साथ सॉफ्टवेयर में भी काफ ी संशोधन हुए हैं।
आध्यात्म के बिना शिक्षा अधूरी

ग्वालियर. विक्रांत कॉलेज में आनंद मार्ग प्रचारक संघ द्वारा ‘आध्यात्म के बिना शिक्षा अधूरीÓ विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में आचार्य विमलानंद अवधूत ने कहा अध्यात्म के बिना हम सबकी शिक्षा अधूरी है। उन्होंने गुरुकुल शिक्षा पद्धति को बढ़ावा देते हुए कहा कि आज की शिक्षा पद्धति में अध्यात्म का संयोजन भी आवश्यक है। उन्होंने बताया कि मानव जीवन में तीन आयाम होते हैं। पहला शारीरिक, दूसरा मानसिक और तीसरा आंतरिक। शिक्षा में तीनों के विकास की व्यवस्था होनी चाहिए। शिक्षा पाठ्यक्रम में योग के द्वारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य हासिल होता है तथा साधना के द्वारा आत्मविश्वास मिलता है। इस तरह से योग को शिक्षा के पाठ्यक्रम में जोड़ने से युवा स्वस्थ होने के साथ-साथ उनमें मनोबल और आत्मविश्वास की कमी नहीं होगी।
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