ठग के 4 बैंक खातों में मिली 21 लाख की काली कमाई
ग्वालियरPublished: Mar 02, 2021 03:28:17 am
चोरी की कमाई से गेमिंग सर्वर बनाने का था प्लान
ठग के 4 बैंक खातों में मिली 21 लाख की काली कमाई
ग्वालियर। ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी अमेजॉन, फ्लिपकार्ट को धोखा देकर ११ महीने से उन्हें ठग रहे जालसाज के सोमवर को बैंक खातों ने भी काली कमाई उगली है। उसके चार खातों को सोमवार को राज्य साइबर सेल की टीम ने खंगाला तो उनमें जमा रकम देखकर हैरान हो गई। इस ठगी में पकडे गए देवांशु उर्फ सनी चौहान से तमाम राज उगलवाने के बाद उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया।
ठगी का खुलासा करने वाली स्टेट साइबर सेल की टीम का कहना है देवांशु चौहान ने ७-८ लोगों के नाम भी बताए हैं। जिनके खातों का इस्तेमाल वह ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों को धोखा देने के लिए करता था। अब उन लोगों से भी पूछताछ होगी। ठगी के मास्टरमाइंड देवांशु ने साइबर सेल को बताया कि कुछ समय से उसे भी खुटका हो गया था कि लगातार ऑनलाइन शॉंपिंग कंपनियों से ब्रांडेड सामान खरीदकर उसकी जगह नकली सामान वापस करने में पकडा सकता है। इसलिए उनसे सामान मंगवाने और रकम वापसी के लिए पते खाते बदलने शुरू कर दिए थे। इसलिए बेफ्रिक था कि पकडे जाने का डर नहीं हैं।
ऑनलाइन बेचता था धोखे से हडपा सामान
रविवार को पकडे जाने पर अमेजॉन और फ्लिपकार्ट को देखाकर उनसे ठगा गया करीब 2३ लाख का सामान तो देवांशु के घर से ही मिल गया था। पूछताछ में उसने खुलासा किया था धंधे में कुछ रकम भी कमाई है। उसने एक्सिस, एचडीएफसी, कैनरा और एसबीआई के बैंक खाते में रकम जमा होना बताई थी। इसलिए सोमवार को इन बैंक में उसके खातों की जांच की गई। पुलिस को उम्मीद थी कि ठगी से देवांशु ने ७-८ लाख रूपया कमाया होगा। लेकिन जब खातों का ब्यौरा सामने आया तो उनमें 2१ लाख रू जमा का हिसाब किताब देखकर टीम हैरान रह गई। पुलिस मुताबिक ठग देवांशु ऑनलाइन शॉपिंग कपनियों से ब्रांडेड महंगा सामन मंगवा कर उसे कंपनियों को धोखा देने के लिए ब्रांडेड सामान का हूबहू नकली सामान असली के पैकिंग बैग में रखकर कंपनियों को वापस कर देता था। उसकी साजिश से अनजान कंपनियां सामान को वापसी मानकर देवांशु को उनकी कीमत वापस कर देती थीं। इधर कंपनियों को नकली सामान थमा देवांशु असली सामान और पैसा दोनों हडपता था। फिर असली ब्रांडेड सामान को ओएलएक्स और दूसरे ऑनलाइन शॉपिंग साइट के जरिए बेचता था।
मकान खरीदने का प्लान
ठग ने पूछताछ में खुलासा किया उसका मकसद गेमिंग सर्वर शुरू करने का था। उसके लिए बडे मकान की जरूरत भी थी। ठगी के जरिए प्लान को पूरा करना आसान लग रहा था। इसलिए लगातार कंपनियों को धोखा दे रहा था।
इस थ्योरी पर आगे की पडताल
– ऑनलाइन शॉपिंंग कंपनियों को धोखा देने के लिए देवांशु किन लोगों के खातों का इस्तेमाल कर रहा था।
– उसकी ठगी की जानकारी उसके किन साथियों को है।
– चार बैंक खातों के अलावा ठग के पास और संपतियों की जानकारी जुटाई जाएगी।
यह है मामला
डबरा निवासी देवांशु उर्फ सनी चौहान को स्टेट साइबर सेल ने रविवार को राउंडअप किया था। उसके बारे अमेजॉन के लीगल एडवाइजर ने स्टेट साइबर सेल को शिकायत की थी। इसलिए उसे शक के दायरे में लिया था। पकडे जाने पर खुलासा हुआ था देवांशु ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों से ब्रांडेड सामान खरीद कर उनकी जगह नकली सामान रखकर कंपनियों को वापस करता और असली सामान बेचता था। उसके घर से करीब 2३ लाख का सामान मिला था।