पत्नी को था शक और बोली थी मारा गया है पति को
जिगना थाना क्षेत्र के हतलई निवासी जालिम सिंह पाल(22) की कथित रूप से नौ नवंबर को डंपर के केबिन में आग लगने से मौत हो गई थी। उस वक्त उनाव थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू की की थी। पुलिस ने जब बिसरा प्रयोगशाला भेजा तो जांच में सामने आया कि उसकी श्वांस नली में कार्बन नहीं पहुंचा था। अगर वो जिंदा होता और आग लगती तो सांस के माध्यम से कार्बन नली में पहुंचता लेकिन उसके दोनों दोस्तों ने पहले तो उसे मारा फिर केबिन में रखकर उसके शरीर में आग लगा दी थी। परिजनों ने पूछताछ के दौरान बताया कि जालिम ने पूर्व में साथ काम करने वाले कुंदन पाल को साठ हजार रुपए दिए थे। उसने जब रुपयों की मांग की तो उन्होंने रास्ते से हटाने की ठान ली।
उनाव थाना पुलिस के मुताबिक नौ नवंबर 2019 की रात करीब 12 बजे जब प्लांट पर खड़े खाली डंपर में आग लगी तो प्लांट के कर्मचारी सो चुके थे। आग की लपटें निकलीं तो शोरगुल हुआ और स्टाफ के लोग मौके पर पहुंचे। जब तक जालिम सिंह पूरी तरह से झुलस चुका था। हादसे की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मौत के बाद जब शव को पोस्टमार्टम के लिए लाया गया तो शव का वजन केवल चार किलो बचा था। परिजनों ने शव देखा तो चीखें निकल गईं। प्लांट पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में देखा गया है कि बाइक पर नशे की हालत में उसे बीच में बैठाकर प्लांट पर ले जाया गया। नौ मिनट के सीसीटीवी फुटेज में साफ जाहिर हुआ कि वह खुद नहीं आया था बल्कि उसे लाया गया था।