प्रतिमा को पानी में छोड़ते वक्त तीनों गोते खा गए। वे तैरना नहीं जानते थे। सतीश को डूबता देखा तो उसके भाई सूरज (16) ने पानी में छलांग लगाई, लेकिन उसे भी तैरना नहीं आता था। चारों पानी में समा गए। ग्रामीणों ने पानी में करीब आधे घंटे तक खंगाला तो चारों मिट्टी में धंसे मिले। उन्हें तत्काल गोला का मंदिर स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने चारों को मृत घोषित कर दिया।
गांव के महेन्द्रसिंह तोमर ने बताया कि गांव के मंदिर में गणेश प्रतिमा स्थापित की गई थी। गुरुवार को विसर्जन था। दोपहर को तय हुआ कि तिघरा जाएंगे। तिघरा में पानी ज्यादा होने के कारण वहां जाना रद्द कर दिया गया। इसके बाद सबने तय किया गांव से कुछ दूरी पर मुरम की खदान में पानी भरा है। वह ज्यादा गहरी भी नहीं है। वहीं विसर्जन किया जाए। इसके बाद बच्चे ढोल मजीरों के साथ प्रतिमा को ऑटो में रखकर वहां ले गए।
वायएस तोमर, महराजपुरा टीआइ