ग्वालियर

बिल्डर ने बेटी के नाम लिखी चिठ्ठी और छोड़ दिया घर, खत में लिखी वो बातें कि पढ़कर परिजन पहुंचे थाने

कारोबार में असफल होने पर कुछ लोगों के दबाव से तंग आकर बिल्डर सुरेश शिंदे (45) लापता हो गए।

ग्वालियरDec 07, 2017 / 05:39 pm

shyamendra parihar

ग्वालियर। कारोबार में असफल होने पर कुछ लोगों के दबाव से तंग आकर बिल्डर सुरेश शिंदे (45) लापता हो गए। घर छोडऩे से पहले बेटी के नाम खत छोड़ा है जिसमें लिखा, कुछ लोगों ने उनकी जिंदगी दुश्वार कर दी थी। यह लोग उन्हें मारना चाहते हैं। इसलिए मजबूरी में परिवार को छोडऩा पड़ रहा है। पत्नी गीता शिंदे ने खत पुलिस को दे दिया है। सुरेश की लास्ट लोकेशन मंगलवार सुबह ११ बजे रेलवे स्टेशन पर मिली है। गश्त के ताजिया पर सीसीटीवी फुटेज पर अकेले जाते दिखे हैं। उसके बाद उनका मोबाइल स्विच ऑफ है।
 

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पुलिस ने बताया हनुमान चौराहा निवासी सुरेश शिंदे मंगलवार से लापता हैं। साथियों से पता चला है उन पर काफी कर्ज है। सुरेश कहां गए हैं। पत्नी गीता और बेटी नहीं बता सकी हैं। उन्होंने सुरेश की जान पर खतरे की आशंका जाहिर की है। पत्नी गीता ने दो पेज का एक खत भी पुलिस को दिया है, जिसमें सुरेश ने अपनी परेशानी का खुलासा किया है।

बेटी के नाम लिखा पत्र-
मैं कारोबार में नाकाम रहा हूं, अब कुछ लोगों ने मेरा जीना मुहाल कर दिया है, मुझे घुटन हो रही है। अगर यह लोग मुझे इस महीने दिसंबर तक जिंदा रहने दें तो अपने ऊपर से सारा कर्ज उतार दूंगा, लेकिन एक दिन भी सहन करना मेरे लिए संभव नहीं है। मैं जानता हूं कि तुम्हें और तुम्हारी मां को बड़ी मुसीबत में अकेला छोड़ रहा हूं। मगर मुझे भरोसा है मेरे बिना तुम दोनों अकेले ज्यादा सुरक्षित हो। मां से कहना है पुलिस के पास जाएं और कहें कि दिग्विजय काका, इब्राहिम अंकल, सुरेश, समरवीर, अभय और हेमंत से खतरा है हमें सुरक्षा दो क्योंकि यह लोग तुम्हारी जिंदगी में परेशानियां खड़ी करेंगे, लेकिन तुम दोनों हर परिस्थिति से मुकाबला करने में सक्षम हो जितना मैं नहीं था।
 

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तुम्हारा भविष्य उज्जवल है, मुझे गर्व है कि तुम उसे और बेहतर बनाओगी। मैं जहां भी रहूं हमेशा तुम्हारे साथ रहूंगा। मां से कहना मैं तुम दोनों को बहुत प्यार करता हूं। नितिन राठौर काका और धूरी काका से मदद मांग लेना वह तुम्हारा साथ देंगे। मुझे भूल जाना क्योंकि मैं इससे ज्यादा टॉर्चर सहन नहीं कर सकता था। इन लोगों ने जिस तरह तमाम लोगों के सामने मेरे साथ अभद्रता कर मेरी बेइज्जती की थी वह मुझे मारे डाल रही है। हमेशा बहादुर रहो, मजबूत रहो, जो गलतियां मैंने की हैं, उन्हें जिदंगी में मत दोहरना। भगवान हमेशा तुम्हारे साथ है, गुड लक।
तुम्हारा बाबा
 

इसके खत के अलावा एक नोट भी लिखा है- इन लोगों ने जबरिया मुझसे चेक और दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराएं हैं। वह तुम्हें तकलीफ देंगे इसलिए सब कुछ पुलिस और प्रशासन को बताकर मदद मांगना।
साक्ष्यों पर कार्रवाई
“बिल्डर किन परिस्थितियों में लापता हुए हैं, उनके वापस आने पर स्थिति स्पष्ट होगी। एक खत भी छोड़ा है, जिसमें कुछ लोगों के नाम लिखे हैं। इन लोगों की घटनाक्रम में क्या भूमिका है। पता लगाया जा रहा है।”
संजीव नयन शर्मा जनकगंज टीआई
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