ज्वेलर्स डेवलपमेंट वेलफेयर ऐसोसिएशन और सराफा ऐसोसिएशन ग्रेटर ग्वालियर की ओर से पहली बार इस तरह का आयोजन किया गया। महाधिवेशन में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को भी आना था, लेकिन वे नहीं आए, उनका संदेश एलइडी स्क्रीन पर प्रसारित किया गया। कार्यक्रम में मौजूद सराफा कारोबारियों ने कई मुद्दों पर चर्चा की।
इनामी योजनाएं चलाकर कारोबार बढ़ाएं
महाधिवेशन में ज्वेलर्स डेवलपमेंट वेलफेयर एसोसिएशन मप्र के अध्यक्ष हुकुमचंद सोनी ने कहा कि हमारी एसोसिएशन प्रदेश के 33 जिलो में है और प्रदेश की 110 एसोसिएशन हमारी सदस्य हैं। हमारा प्रयास है कि प्रदेश की प्रत्येक सोना-चांदी एसोसिएशन हमारी सदस्य बने, ताकि हम संगठित होकर कारोबार की समस्याओं से संघर्ष कर सकें। वर्तमान में कारोबारी सेक्टर कई प्रलोभन देकर ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं, ऐसे में हमें भी इनामी योजनाएं चलाकर अपना कारोबार बढ़ाना चाहिए।
महाधिवेशन में ज्वेलर्स डेवलपमेंट वेलफेयर एसोसिएशन मप्र के अध्यक्ष हुकुमचंद सोनी ने कहा कि हमारी एसोसिएशन प्रदेश के 33 जिलो में है और प्रदेश की 110 एसोसिएशन हमारी सदस्य हैं। हमारा प्रयास है कि प्रदेश की प्रत्येक सोना-चांदी एसोसिएशन हमारी सदस्य बने, ताकि हम संगठित होकर कारोबार की समस्याओं से संघर्ष कर सकें। वर्तमान में कारोबारी सेक्टर कई प्रलोभन देकर ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं, ऐसे में हमें भी इनामी योजनाएं चलाकर अपना कारोबार बढ़ाना चाहिए।
धारा-411 की आड़ में पुलिस करती है प्रताडि़त
ज्वेलर्स डेवलपमेंट वेलफेयर एसोसिएशन मप्र के सचिव संतोष सर्राफ ने बताया कि वर्तमान में ज्वेलरी सेक्टर कई विसंगतियों से गुजर रहा है, जिसमें प्रमुख समस्या धारा-411 की है। जिस प्रकार अन्य व्यवसायी अपने व्यापार में वस्तुओं की खरीद-फरोख्त करते हैं, उसी प्रकार हम भी सोना-चांदी खरीदते हैं, तो क्या यह अपराध है। धारा-411 की आड़ में पुलिस हमें प्रताडि़त करती है। उन्होंने कहा जब धारा-377 में संशोधन में हो सकता है, तो धारा-411 में क्यों नहीं। एक चोर के कहने पर हमसे माल तो बरामद कर लिया जाता है, परंतु उस चोर पर कोई कार्रवाई नहीं होती, जो माल बेचकर उन रुपयों से मौज उड़ा चुका होता है। हमारी मांग है कि उस चोर पर भी मुकदमा व्यापारी की ओर से दर्ज होना चाहिए, ताकि पुलिस की इस निरंकुश कार्रवाई पर रोक लगे।
ज्वेलर्स डेवलपमेंट वेलफेयर एसोसिएशन मप्र के सचिव संतोष सर्राफ ने बताया कि वर्तमान में ज्वेलरी सेक्टर कई विसंगतियों से गुजर रहा है, जिसमें प्रमुख समस्या धारा-411 की है। जिस प्रकार अन्य व्यवसायी अपने व्यापार में वस्तुओं की खरीद-फरोख्त करते हैं, उसी प्रकार हम भी सोना-चांदी खरीदते हैं, तो क्या यह अपराध है। धारा-411 की आड़ में पुलिस हमें प्रताडि़त करती है। उन्होंने कहा जब धारा-377 में संशोधन में हो सकता है, तो धारा-411 में क्यों नहीं। एक चोर के कहने पर हमसे माल तो बरामद कर लिया जाता है, परंतु उस चोर पर कोई कार्रवाई नहीं होती, जो माल बेचकर उन रुपयों से मौज उड़ा चुका होता है। हमारी मांग है कि उस चोर पर भी मुकदमा व्यापारी की ओर से दर्ज होना चाहिए, ताकि पुलिस की इस निरंकुश कार्रवाई पर रोक लगे।
यह रहे मौजूद
सराफा कारोबारियों के महाधिवेशन में चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल, मानसेवी सचिव डॉ.प्रवीण अग्रवाल, उपाध्यक्ष सुरेश बंसल, कोषाध्यक्ष गोकुल बंसल, सराफा कारोबारी जवाहर जैन, पुरुषोत्तम जैन, सुरेशचंद्र बिंदल, पारस जैन, रमेशचंद गोयल, हरिओम गांगिल, बालकिशन, अभिषेक गोयल आदि मौजूद थे।
सराफा कारोबारियों के महाधिवेशन में चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल, मानसेवी सचिव डॉ.प्रवीण अग्रवाल, उपाध्यक्ष सुरेश बंसल, कोषाध्यक्ष गोकुल बंसल, सराफा कारोबारी जवाहर जैन, पुरुषोत्तम जैन, सुरेशचंद्र बिंदल, पारस जैन, रमेशचंद गोयल, हरिओम गांगिल, बालकिशन, अभिषेक गोयल आदि मौजूद थे।