162 बार रक्तदान कर चुके राहुल
कार्यक्रम में समाजसेवियों ने कैंसर की पीड़ा झेल चुके लोगों और युवाओं ने कैंसर ग्रस्त लोगों को हताश जीवन से बाहर निकलने के लिए रैम्प वॉक किया। मोटिवेटर आर तुलसी ने रक्तदान, अंगदान, हेलमेट की महत्ता बताने के लिए नाट्य प्रस्तुति दी। 17 वर्ष की उम्र से अब तक 162 बार रक्तदान कर चुके सोलापुर से आए राहुल सोलापुरकर ने रक्तदान का महत्व बताकर जीवन में इसे अपनाने की प्रेरणा दी। इसके बाद साक्षी भदौरिया ने गणेश वंदना, दिव्यांग ने भगवान है कहां रे तू…की प्रस्तुति दी। इसके बाद कला समूह ने ‘पुलिस वालों की रामलीलाÓ प्रस्तुत की।
डरें नहीं, निराशा और हताशा से बाहर निकलें
कैलिफ ोर्निया से आईं सेंडी म्यूगेन ने कहा कि यदि आपमें कुछ कर गुजरने का जज्बा है, तो बड़ी से बड़ी बीमारी भी बौनी साबित होती है। सेंडी को जेनेटिक कैंसर है। वह इस समय 6 तरह के कैंसर से ग्रस्त हैं, फिरभी लोगों को कैंसर से बचने के उपाय दुनिया का भ्रमण करके बता रही हैं। सेंडी ने कैंसर सर्वाइव को मैसेज दिया कि कैंसर से डरने की जरूरत नहीं है। निराशा और हताशा से बाहर निकलकर जीवटता का जीवन जिएं।