नादान की जान लेकर नया बाजार भाग गया। खून से लथपथ मासूम ने सड़क पर कुछ पल तड़पकर मां की गोद में दम तोड़ दिया। फिर भी उसे जिंदा समझ मां जेएएच ले गई, वहां चिकित्सकों उन्हें बताया कि बच्ची की मौत हो चुकी है। लोगों ने पुलिस को बताया कार स्पीड में थी, उसे पकडऩे की कोशिश की लेकिन कार भाग गई। उसकी नंबर प्लेट खाली थी। सीसीटीवी में एक्सीडेंट का फुटेज रिकॉर्ड हुआ है।
संजय लखेरा निवासी निम्बालकर की गोठ ने बताया बेटी पलक (5) साल को सुबह करीब ६.१५ बजे कंपू तिराहे पर सफेद रंग की कार ने रौंद दिया। पलक कक्षा एक की छात्रा थी। उसे वॉलीबॉल का शौक था। पिछले साल भी गर्मियों की छुटिटयों में खेलने जाती थी। इस बार भी छुट्टियां लगने पर उसे पद््मा स्कूल समर कैंप ज्वाइंन कराया था। सोमवार सुबह पलक कैंप में जाने को लेट हो गई थी। इसलिए पत्नी मंजू उसे स्कूटी से छोडऩे जा रही थी। मां-बेटी कंपू तिराहे पर पहुंचकर केआरजी कॉलेज की तरफ मुड़ी उस वक्त सामने से रांग साइड सफेद रंग की कार स्कूटर के ठीक सामने टक्कर मारी। इससे मंजू उचट कर सड़क किनारे गिरी,पलक कार में फंस गई। एक्सीडेंट कर कार चालक ने ब्रेक नहीं लगाए, बल्कि भागा गया। कार के साथ उलझी पलक को करीब १८० फीट तक घसीटता ले गया।
ब्रेक लगाता तो बच जाती बेटी, जैसा कि मंजू ने पत्रिका को बताया
कार चालक तेजी से सामने आ गया, उसे हाथ देकर रुकने का इशारा भी किया, लेकिन तेज स्पीड होने की वजह से उसने बे्रक नहीं लगाए। टक्कर मारने के बाद भी अगर वह ब्रेक लगाता तो बेटी बच जाती। लेकिन कार चालक ने स्पीड बढ़ा दी। उसने यह नहीं देखा कि बेटी पलक कार के पिछले हिस्से में उलझ गई है। वह अंधाधुंध भागा तो बच्ची उसके साथ घिसटती चली गई। उसका पूरा शरीर छिल गया। हाथ पैर की हडिडयां टूट गईं। कुछ समझ में आता तब तक बेटी करीब २०० फीट दूर खून से लथपथ पड़ी दिखी। उसे उठाने की कोशिश की, लेकिन नादान ने आंख नहीं खोलीं। उसकी जान लेकर कार चालक भाग गया।
सीसीटीवी में रिकॉर्ड मौत का मंजर
नयाबाजार में कपड़ा कारोबारी की दुकान केे सीसीटीवी में पलक की मौत का दर्दनाक मंजर रिकॉर्ड हुआ है। घटना सुबह करीब 6.10 बजे की है। कार ने पलक को कंपू तिराहे से स्टेट बैंक के एटीएम तक घसीटा। यहां दचका लगने पर पहियों में फंसी पलक सड़क पर गुलांटें खाकर गिरी उसे रौंदकर चालक नया बाजार की तरफ भाग गया। पुलिस फुटेज के आधार कार की पहचान कर रही है।
हमारी दुनिया उजाड़ गया
दाल बाजार में पल्लेदार संजय लखेरा और उनकी पत्नी मंजू नादान बेटी की मौत से बेहाल हैं। दंपति का कहना है बेटा जय (11), सान्या (9) के अलावा बेटी पलक (6) घर और मोहल्ले में सबसे लाड़ली थी। शनिवार रात उसने मामा से फोन पर बात की थी। उससे कहा था कि छुटिटयों में नानी के घर आना है। उसे ले जाओ। मामा से तय किया था 10 मई को उसके घर भितरवार जाएगी। उधर पलक की मौत से निम्बालकर की गोठ में उसके पड़ोसी भी सदमे मे हैं। लोगों का कहना है पलक पूरे मौहल्ले में सबकी लाड़ली थी। वह सबसे नटखट बातें करती थी। किसी को भरोसा नहीं हो रहा है कि उस बेकसूर को कार चालक ने इतनी दर्दनाक मौत दी है।
नौसिखिया था पकड़े जाने के डर से भागा
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कार चालक कस्तूरबा चौराहे की तरफ से आया था, कार की नंबर प्लेट पर अस्थाई नंबर दर्ज थे। आशंका है वह एसएएफ ग्राउंड पर कार सीखने गया होगा, वहां से लौटते समय मां,बेटी को चपेट में लिया।