इनको माना अनियमितता का जिम्मेदार
बगैर अर्थदंड वसूले, समय वृद्धि स्वीकृत कर ठेकेदार को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए तत्कालीन उपयंत्री अजित कुमार जैन, एसके श्रीवास्तव, प्रभारी सहायक यंत्री अनिल ङ्क्षसह चौहान, तत्कालीन प्रभारी कार्यपालन यंत्री अरुण शुक्ला, कार्यपालन यंत्री बीपी माथुर, कार्यपालन यंत्री सह अधीक्षण यंत्री यूएस मिश्रा, डीडी मिश्रा, अधीक्षण यंत्री जीएन सिंह जिम्मेदार पाए गए हैं। साथ तत्कालीन साडा सीईओ वीके शर्मा और आदित्य सिंह तोमर, तत्कालीन साडा अध्यक्ष जयङ्क्षसह कुशवाह को भी प्रथम जिम्मेदार माना गया था। सूत्र बताते हैं कि इनमें से उपयंत्री अजित जैन, प्रभारी सहायक यंत्री अनिल सिंह चौहान, कार्यपालन यंत्री सह अधीक्षण यंत्री यूएस मिश्रा और तत्कालीन और वर्तमान प्रभारी सीईओ वीके शर्मा पर एफआइआर दर्ज की जा सकती है।
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ऐसे हुई अनियमितताओं की जिम्मेदारी तय
* अनुबंध की शर्तों के विपरीत परफॉर्मेंस सिक्योरिटी की राशि की वसूली तय किए जाने के लिए साडा के तत्कालीन लेखाधिकारी एमके अग्रवाल, तत्कालीन कार्यपालन यंत्री डीके मिश्रा, तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी आदित्य सिंह तोमर जिम्मेदार हैं।
* ठेकेदार को हुए अधिक भुगतान की वसूली ब्याज सहित नहीं की गई और उसको लाभ पहुंचाया गया। इस काम के लिए तत्कालीन उपयंत्री लेखाधिकारी, अधीक्षण यंत्री सहित साडा सीईओ जिम्मेदार हैं।
* एसओआर में प्रावधित डिस्मेंटलिंग आइटम के स्थान पर बिटुमिनस सर्फेस आइटम लेने के साथ-साथ ठेकेदार को 53 लाख 62 हजार 189 रुपए का भुगतान कर दिया गया।