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जीवाजी विश्वविद्यालय में पारदर्शी हो खरीद प्रक्रिया

locationग्वालियरPublished: Apr 11, 2019 08:06:46 pm

शहर और देश भर में जाना माना जीवाजी विश्वविद्यालय जो कि शिक्षा के क्षेत्र में कम राजनीति के लिए ज्यादा चर्चाओं में रहता है

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जीवाजी विश्वविद्यालय में पारदर्शी हो खरीद प्रक्रिया

ग्वालियर. शहर और देश भर में जाना माना जीवाजी विश्वविद्यालय जो कि शिक्षा के क्षेत्र में कम राजनीति के लिए ज्यादा चर्चाओं में रहता है। बात छात्रों के रिजल्ट में गड़बड़ी की हो या फिर समय पर रिजल्ट घोषित नहीं करने की। इसके लिए जीवाजी के गलियारों में चर्चाएं जोरों पर बनी रहती हैं। अब जेयू का गलियारा अफसरों और विभिन्न विभागों में चल रही खरीद फरोख्त को लेकर चर्चाओं में हें। हालांकि वित्तीय खरीदी के लिए शासन की ओर से तय गाइड लाइन जारी की जा चुकी हैं। वहीं जीवाजी में इसके लिए विभाग और कर्मचारी भी नियुक्त हैं। लेकिन कुछ विभाग एक ही सामग्री को टुकड़ों में क्रय कर रहे हैं। वहीं सामग्री को क्रमानुसार दर्ज नहीं करते हुए बिलों को क्रमानुसार नोट किया जाता है। इससे वित्तीय गड़बड़ी पकडऩे के लिए जांच कर्ताओं को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। वहीं उक्त गड़बडिय़ों से जेयू को हानि की संभावनाएं हमेशा बनी रहती हैं। इसके साथ ही खरीदी की गई सामग्री का सत्यापन न कराना भी संदेह पैदा करता है। बहरहाल शासन की ओर से जेयू का ऑडिट करने के लिए अलग से विभाग बनाया गया है। जिसकी जिम्मेदारी है कि वह समय समय पर खरीद प्रक्रिया की अनुचित कार्रवाई पर अंकुश लगाए।

पत्रिका रिपोर्टर ने पूछा कि जीवाजी विश्वविद्यालय में सामग्री खरीदने के लिए अलग अलग विभाग एक ही सामग्री को टुकड़ों में क्रय करने मेें लगे हुए हैं। एक मांग अनुसार टेंडर आमंत्रित क्योंं नहीं किया जाता। इससे ठेकेदारों के प्रतियोगिता होने से रेट कम आएंगे और जेयू को फायदा भी होगा? जीवाजी विश्वविद्यालय के संयुक्त लेखा परीक्षा ऑडिटर विभाकर शर्मा ने कहा कि यह बात सही है कि सभी विभागों से एक ही सामग्री की डिमांड मंगाकर वार्षिक टेंडर करना चाहिए इसके लिए हमने जेयू के अफसरों को बता दिया है कि वह खरीदी जाने वाली सामग्री की सूची और मांग बनाकर क्रय करेंं।
दूसरा प्रश्न करते हुए रिपोर्टर ने जब उनके पूछा कि जीवाजी विश्वविद्यालय में की जाने वाली खरीदी की गई सामग्री का ऑडिट नहीं हो पाता, क्रय की गई कितनी सामग्री स्टोर में पहुंची उसका सत्यापन भी सुनिश्चत नहीं होता? शर्मा ने कहा कि क्रय की गई प्रत्येक सामग्री जो स्टोर में मौजूद है, इसके लिए भौतिक सत्यापन के लिए हमने अफसरों को बता दिया है। हम ऐसी प्रक्रिया सुनिश्चित कर रहे हैं जिससे सभी क्रय की गई सामग्री में पारदर्शिता दिखाई दे।
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