कबाडी दलील दे रहा है ट्रैक्टर किसानों के है। उनमें ज्यादातर लिखा पढ़ी के झंझट में पडऩा नहीं चाहते हैं। इसलिए सीधे वाहन उसे थमा गए हैं। लेकिन पुलिस उसकी बातों पर भरोसा नहीं कर रही है। उसे शक है ट्रैक्टर चोरी या फाइनेंस कंपनी को धोखा देने के लिए काट जाने थे।
इसलिए कबाडी के साथ सभी ट्रैक्टर को उठाकर थाने ले आई। उससे कहा है वाहन मालिक को सामने बुलाकर उनसे हामी भरवाओ कि वाहन उन्होंने कटवाने के लिए दिए हैं।
फ्रूट मंडी, मोतीझील पर कबाडा कारोबारी का राजू उर्फ पर परसुराम खटीक के यहां वाहन काटने का धंधा पकड़ा गया है। राजू सिलइया पुरा मुरेना का रहने वाला है। यहां कबाडी का धंधा चला रहा है। इनपुट था राजू के यहां कारोबार दो नंबर में चल रहा है।
फ्रूट मंडी, मोतीझील पर कबाडा कारोबारी का राजू उर्फ पर परसुराम खटीक के यहां वाहन काटने का धंधा पकड़ा गया है। राजू सिलइया पुरा मुरेना का रहने वाला है। यहां कबाडी का धंधा चला रहा है। इनपुट था राजू के यहां कारोबार दो नंबर में चल रहा है।
इस पर पुलिस कबाडी की दुकान पर पहुंच गई। वहां 10 ट्रैक्टर, एक ट्रॉली तो तमाम गाडिय़ों के पुर्जे मिले। जो वाहन सही सलामत खड़े थे राजू से उनके दस्तावेज मांगे। उन्हें कबाडी को किसने और क्यों बेचा है। उसकी वजह पूछी। पुलिस के सवाल का राजू सही जवाब नहीं दे पाया।
उसका कहना था ट्रैक्टर तो किसानों ने दिए है। सब बेकार है। इसलिए वाहन मालिक इन्हें बेच गए हैं। अब वह इन्हें काटकर पुर्जे और कबाडा बेचेगा। उसका यही धंधा है।
सरेंडर की अनुमित नहीं बता पाया कबाडी
पुलिस ने बताया वाहन मालिक गाडी को अपनी मर्जी से नहीं कटवा सकता। उसे वाहन को परिवहन विभाग में सरेंडर करना होता है। उसके बाद वाहन कंडम घोषित होता है। तब उसे नष्ट करवाने की इजाजत होती है। लेकिन कबाडी की दुकान पर खडे किसी भी ट्रैक्टर को उनके मालिक ने सरेंडर नहीं किया है। फिर राजू उन्हें किसकी अनुमति से काट रहा है। वह नहीं बता पाया।
चेसिस और इंजन नंबर गायब
राजू कबाडी की दुकान से बरामद ट्रैक्टर के चेसिस और इंजन नंबर भी घिसे गए थे। खुटका है बरामद गाडिय़ां चोरी की हो सकती हैं। सभी ट्रैक्टर और ट्रॉली को जप्त कर राजू को अरेस्ट किया है।
इन बिदुओं पर पड़ताल
- वाहन फाइनेंस के हो सकते हैं, उनकी किश्त चुकाने की बजाए वाहन मालिकों ने उन्हें कबाडी को बेचा है। वाहन कटवाने के बाद गाडी मालिक उन्हें चोरी होना बताकर फाइनेंस का पैसा देने से मुकर सकते हैं।
- वाहन चोरी के भी हो सकते हैं, कबाडी ने उन्हें चोरों से सस्ते दाम में खरीदा हो सकता है। काटे जाने के बाद पुलिस वाहन को बरामद नहीं कर सकती।
- कबाडी की दुकान से बरामद ट्रैक्टर का बीमा हो सकता है, आशंका है वाहन मालिकों ने बीमा की रकम हासिल करने के लिए वाहनों को कबाडी को थमाया है। उनका प्लान गाडिय़ों के कटने के बाद उन्हें चोरी होना बताकर बीमा की रकम हासिल करना हो सकता है।
इनका कहना है
कबाडी की दुकान से 10 ट्रैक्टर और ट्रॉली जप्त की है। कबाडी को भी राउंडअप किया है। उससे पूछा है गाडिय़ां उसके पास कहां से आई हैं। उन्हें काटने से पहले वाहन मालिकों ने वाहनों को परिवहन विभाग ने सरेंडर क्यों नहीं कराया। आशंका है वाहन चोरी के भी हो सकते हैं।
सुधीर सिंह कुशवाह पुरानी छावनी टीआई
सरेंडर की अनुमित नहीं बता पाया कबाडी
पुलिस ने बताया वाहन मालिक गाडी को अपनी मर्जी से नहीं कटवा सकता। उसे वाहन को परिवहन विभाग में सरेंडर करना होता है। उसके बाद वाहन कंडम घोषित होता है। तब उसे नष्ट करवाने की इजाजत होती है। लेकिन कबाडी की दुकान पर खडे किसी भी ट्रैक्टर को उनके मालिक ने सरेंडर नहीं किया है। फिर राजू उन्हें किसकी अनुमति से काट रहा है। वह नहीं बता पाया।
चेसिस और इंजन नंबर गायब
राजू कबाडी की दुकान से बरामद ट्रैक्टर के चेसिस और इंजन नंबर भी घिसे गए थे। खुटका है बरामद गाडिय़ां चोरी की हो सकती हैं। सभी ट्रैक्टर और ट्रॉली को जप्त कर राजू को अरेस्ट किया है।
इन बिदुओं पर पड़ताल
- वाहन फाइनेंस के हो सकते हैं, उनकी किश्त चुकाने की बजाए वाहन मालिकों ने उन्हें कबाडी को बेचा है। वाहन कटवाने के बाद गाडी मालिक उन्हें चोरी होना बताकर फाइनेंस का पैसा देने से मुकर सकते हैं।
- वाहन चोरी के भी हो सकते हैं, कबाडी ने उन्हें चोरों से सस्ते दाम में खरीदा हो सकता है। काटे जाने के बाद पुलिस वाहन को बरामद नहीं कर सकती।
- कबाडी की दुकान से बरामद ट्रैक्टर का बीमा हो सकता है, आशंका है वाहन मालिकों ने बीमा की रकम हासिल करने के लिए वाहनों को कबाडी को थमाया है। उनका प्लान गाडिय़ों के कटने के बाद उन्हें चोरी होना बताकर बीमा की रकम हासिल करना हो सकता है।
इनका कहना है
कबाडी की दुकान से 10 ट्रैक्टर और ट्रॉली जप्त की है। कबाडी को भी राउंडअप किया है। उससे पूछा है गाडिय़ां उसके पास कहां से आई हैं। उन्हें काटने से पहले वाहन मालिकों ने वाहनों को परिवहन विभाग ने सरेंडर क्यों नहीं कराया। आशंका है वाहन चोरी के भी हो सकते हैं।
सुधीर सिंह कुशवाह पुरानी छावनी टीआई