ग्वालियर

आज रात 12 बजे घर-घर जन्मेंगे कान्हा, ऐसे करें भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी: मंदिरों में तैयारियां, सुरक्षा के विशेष प्रबंध,चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात

ग्वालियरAug 23, 2019 / 02:59 pm

monu sahu

आज रात 12 बजे घर-घर जन्मेंगे कान्हा, ऐसे करें भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन

ग्वालियर। नंद के लाला श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव शुक्रवार को उल्लास के साथ मनाया जाएगा। श्रद्धालुओं द्वारा व्रत रखकर भगवान की पूजा-अर्चना की जाएगी। घरों और मंदिरों में रात 12 बजे जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इसके लिए मंदिरों में विशेष तैयारियां की गई हैं। भक्तों को दर्शन में परेशानी न हो इसके लिए प्रबंध किए गए हैं, वहीं सुरक्षा के लिए प्रमुख मंदिरों में पुलिस बल की तैनाती के साथ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। कुछ जगहों पर शनिवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनेगी।
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सनातन धर्म मंदिर: सुबह 7.30 बजे से 9 बजे तक भजन कीर्तन महिला मण्डल द्वारा होंगे। सुबह 9 बजे भगवान चक्रधर का अभिषेक किया जाएगा। गिर्राज धरण मंदिर पर सुबह 9 बजे से अभिषेक होगा। भगवान के वस्त्र वृन्दांवन से मंगाए गए हैं। शाम 6 बजे से 11.30 बजे तक पट भक्तों के लिए खुले रहेंगेे। रात 12 बजे जन्मोत्सव पर महाआरती के साथ भक्तों के लिए पट खेाले जाएंगे। इस अवसर पर आतिशबाजी की जाएगी। भक्तों को दर्शन के लिए तीन लाइनें लगाई जाएंगी।
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अचलेश्वर मंदिर: सुबह 6 बजे पूजा-अर्चना के साथ पट खोले जाएंगे, जो दिनभर खुले रहेंगे। रात 11.30 बजे भगवान का अभिषेक होगा, फिर स्नान के बाद वस्त्र पहनाकर रात 12 बजे महाआरती होगी और प्रसादी का वितरण किया जाएगा। शनिवार को नंदोत्सव धूम-धाम से मनेगा। अचलेश्वर मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर इंदरगंज चौराहे से अचलेश्वर मंदिर तक रंग बिरंगी झालरों से सजाया गया है। मंदिर परिसर में छप्पन भोग के साथ फूल बंगला सजेगा। नंदोत्सव पर शाम 5 बजे से मंदिर परिसर में गायक पूरन पागल, वेजू सनम, ममता भारती कृष्ण के भजनों की प्रस्तुति देंगी।
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राम-सीता धरेंगे राधा-कृष्ण का रूप
राममंदिर में श्रीकृष्ण जन्म से पूर्व सुबह 6 बजे लड्डू गोपाल का अभिषेक, पूजन के साथ आरती होगी। सुबह 11 बजे से मंदिर में फूल बंगला के साथ भगवान का पालना सजेगा। शाम 5 बजे मंदिर के पट खोले जाएंगे, जो रात 11.45 तक खुले रहेंगे। इसके बाद कृष्ण जन्मोत्सव पर 12 बजे महाआरती के साथ पट खोले जाएंगे।
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राधा-कृष्ण रूप में सजेंगे लक्ष्मी-नारायण
जनकगंज स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर में जन्माष्टमी पर लक्ष्मीनारायण को राधा-कृष्ण के रूप में सजाया जाएगा। शाम 7 से 10.30 बजे तक भगवान के विशेष श्रंृगार के साथ दर्शन होंगे। पुजारी संजय लघाटे ने बताया कि 10.30 से मंदिर के पट बंद होंगे, फिर 12 बजे महाआरती के लिए खोले जाएंगे। यहां महिलाओं द्वारा भजन कीर्तन होंगे। गुरुवार लक्ष्मीनारायण को फूलों और फलों से सजाया गया। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को मंदिर में केक काटकर श्रीकृष्ण भगवान का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
 

दुर्लभ गहनों से सजेंगे राधा-कृष्ण
फूलबाग स्थित प्राचीन गोपाल मंदिर में राधा-कृष्ण को बेशकीमती आभूषणों से सजाया जाएगा, जिनमें हीरे मोती और पन्ने जड़े होंगे। शुक्रवार को सुबह 10 बजे नगर निगम के अधिकारी पुलिस सुरक्षा में जयेन्द्रगंज स्थित बैंक से बेशकीमती आभूषण निकालकर लाएंगे। पुजारी द्वारा भगवान का अभिषेक करने के बाद 2 घंटे में इन आभूषणों से श्रृंगार किया जाएगा। आभूषणों में सफेद मोती वाला पंचमड़ी हार, सात लड़ी हार जिसमें 62 असली मोती और 55 पन्ने होंगे। सोने के तोड़े, सोने का मुकुट भगवान श्रीकृष्ण पहनेंगे। राधारानी के ऐतिहासिक मुकुट में पुखराज और माणिक जडि़त पंख हैं व बीच में पन्ना लगा है। यहां पूर्ण शृंगार के बाद आरती होगी। दोपहर 1 बजे श्रद्धालुओं के लिए पट खोले जाएंगे। शाम 7.30 बजे परंपरागत आरती होगी। रात 12 बजे जन्मोत्सव मनेगा।
 

संगीनों के पहरे में रहेंगे राधा कृष्ण
जन्माष्टमी पर गोपाल मंदिर, फूलबाग में राधाकृष्ण की प्रतिमा कड़ पहरे में रहेगी। गोपाल मंदिर में दर्शन के लिए आने जाने वालों पर पुलिस के अलावा सीसीटीवी कैमरे से भी नजर रहेगी। जन्माष्टमी पर सभी प्रमुख कृष्ण मंदिरों पर पुलिस की मौजूदगी रहेगी।
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