ट्रैकिंग करने में नहीं रुचि
806 वाहनों में ट्रैकिंग डिवाइस लगाए जाने के बाद उन्हें ट्रैक करने में रुचि नहीं दिख रही है। ट्रैकिंग की जिम्मेदारी परिवहन विभाग ने ट्रैकिंग डिवाइस निर्माण कंपनियों के अधिकृत विक्रेताओं को दी है, जो वाहनों में डिवाइस लगा रहे हैं। यह विक्रेता भी वाहनों के रूट पर चलने की जानकारी को हर रोज परिवहन विभाग को नहीं भेजते हैं, न ही विभागीय अफसर जानकारी लेने में रुचि ले रहे हैं।
टेंपो के लिए भटकते लोग
टेंपो और मैजिक वाहनों में ट्रैकिंग डिवाइस लगाने का उद्देश्य यह था कि शहर से मालनपुर, मलगढ़ा, सिकंदर कंपू, आंतरी आदि रूटों पर चलने वाले जो वाहन पूरी दूरी तय नहीं करते हैं, उनकी लोकेशन डिवाइस के माध्यम से सर्च कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। 600 से अधिक वाहनों में डिवाइस लगे 20 दिन से अधिक हो गए हैं, लेकिन इन वाहनों द्वारा अब तक पूरी दूरी तय नहीं की जा रही है। इसकी जानकारी परिवहन विभाग व ट्रैफिक पुलिस को है, फिर भी इन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
शहर में टेंपो और मैजिक वाहन 1256 हैं, जिनमें से अब तक 806 टेंपों और मैजिक वाहनों में ही डिवाइस लग सके हैं। अभी भी 450 टेंपो में डिवाइस लगाया जाना शेष है।