यह केमिकल युक्त रंग आंख, दांत, नाक के लिए बेहद घातक हैं। इन रंगों से आंखों की रोशनी जाने के साथ कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है, इसलिए इससे बचने के लिए हर्बल रंगों का उपयोग करें, जिससे सुरक्षित रहेंगे।
रंग साफ ऐसे करें : विशेषज्ञ बताते हैं होली के खेलने के बाद दूध, दही, बेसन का प्रयोग रंग छुड़ाने के लिए किया जाना चाहिए।
होली खेलने से पहले यह करें तो रहेंगे सुरक्षित
विशेषज्ञों के अनुसार होली खेलने से पहले बालों और त्वचा पर सरसों या नारियल का तेल अच्छे से लगा लें, होली धूप में न खेलें, अगर खेलना भी पड़े तो मुंह व शरीर पर मॉइश्चराइजर या सनक्रीम लगाएं, बालों की सुरक्षा के लिए एक दिन पहले मेहंदी लगाएं व बालों को ट्रिम करा लें। नाखूनों की सुरक्षा के लिए नेल पेंट लगा सकते हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि कुहनी-घुटनों पर वेसलीन और दातों को बचाने डेंटल कैप्स का प्रयोग कर सकते हैं। आंखों को रंगों से बचाने के लिए धूप का चश्मा लगाएं। अबीर का इस्तेमाल न करें तो बेहतर है, क्योंकि इसमें सीसा होता है।
लापरवाही पर ये हो सकता है नुकसान
विशेषज्ञों के अनुसार होली खेलते समय जरा सी लापरवाही पर आप सिरदर्द, उल्टी, कफ, अस्थमा, हॉइपरटेंशन, इंसोम्निया, एग्जरसन, कान में रंग जाने से कर्णशूल, नाक में रंग जाने से सीजिंग, एपिस्टैक्सिस, कॉमन कोल्ड, त्वचा पर खुजली, रिंगवर्म, एग्जिमा, एक्ने, फॉलिंग हेयर, दांतों में रंगों के कारण टूथ ब्लेमिश, डेंटल केरीज, आंखों में खतरनाक केमिकल लगने से इरीटिस, डस्टी साइट कॉर्नियल अल्सर के साथ आंखों की रोशनी भी जा सकती है।
होली पर बाजारों में बिकने वाले रंगों में केमिकल मिलाए जा रहे हैं, जिनसे बचाव जरूरी है। जरा सी लापरवाही गंभीर बीमारी दे सकती है। इसके साथ ही बच्चों को भी खतरनाक केमिकल युक्त रंगों से होली खेलने रोकना चाहिए।
डॉ. राकेश पांडेय, विभागाध्यक्ष आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एण्ड रिसर्च सेंटर