MP के इस शहर में पकड़ी गई चाइनीज शक्कर, कहीं आप भी तो नहीं खा रहे, अंजाम होश उड़ा देंगे
500 बोरी शक्कर की रोजाना खपत
चाइनीज शक्कर का उपयोग करने वाली फैक्ट्रियों में 10 टन माल बनाने पर तीन लाख रुपए की बचत होती है। इस तरह की शक्कर को यूपी और महाराष्ट्र की बोरियों में पैक करके बेच दिया जाता है। दतिया व इंदरगढ़ के बीच हाल ही में खुली शक्कर की फैक्ट्री से ग्रामीण क्षेत्रों में और चॉकलेट फैक्ट्रियों में इस तरह की शक्कर की सप्लाई की जा रही है। शहर में डैमेज शक्कर की 500 बोरी की खपत रोजाना हो रही है।
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घातक हो सकती है शक्कर में मिलावट
शक्कर में बारीक प्लास्टिक क्रिस्टल की मिलावट घातक हो सकती है। इसमें पाली इथाइलीन केमिकल होता है। यह आंतों में चिपक जाता है और उसे सड़ा सकता है। आंत में छेद हो सकता है और उसकी कोशिकाओं को नुकसान होता है। इससे कैंसर के साथ ही अन्य खतरनाक बीमारियों की आशंका होती। इसके साथ ही मिलावटी शक्कर से किडनी और लीवर भी प्रभावित हो सकते हैं।
ऐसे पहचान कर सकते हैं कि शक्कर असली है या मिलावटी
शक्कर में चॉक पाउडर , यूरिया, आदि मिले हो सकते है।
दो चम्मच शक्कर को एक कप पानी में डालकर गर्म करें यदि इसमें चॉक पाउडर होगा तो नीचे दिखाई देगा।
शक्कर को पानी में डालने पर अमोनिया की बदबू आती है तो इसका मतलब है की शक्कर में यूरिया की मिलावट है।
एक कप पानी में एक चम्मच शक्कर घोल लें। इसमें तीन चार बूंद हाइड्रोक्लोरिक एसिड की डालें। यदि गुलाबी रंग दिखाई दे। तो शक्कर को अशुद्ध समझना चाहिए।
4 से 5 रुपए किलो कम होते हैं दाम
डैमेज यानी एक्सपायर शक्कर के दाम सही शक्कर से 4 से 5 रुपए किलो तक कम होते हैं। दो साल में शक्कर एक्सपायर हो जाती है और इसका उल्लेख शक्कर की बोरी पर भी होता है। चॉकलेट फैक्ट्री संचालक सबसे ज्यादा इसी तरह की शक्कर का उपयोग कर रहे हैं क्योंकि उबालने के बाद इसका रंग काला हो जाता है। ऐसे में चॉकलेट में ये शक्कर मिलाई गई है, इस बारे में किसी को कुछ पता ही नहीं चल पाता। इसके साथ ही मिठाई की दुकानों पर भी ऐसी शक्कर खपाई जा रही है।
एक्सपर्ट के मुताबिक
“खाद्य पदार्थ में किसी भी तरह की मिलावट सेहत पर विपरीत असर डालती है। मिलावट का असर किडनी, लीवर पर अधिक प्रभाव डालता है। पेट में दर्द की शिकायत भी हो सकती है। घातक कैमिकल की मिलावट कैंसर का कारण बन सकती है।”
डॉ.मनीष शर्मा, फिजिशियन एवं जिला क्षय अधिकारी, ग्वालियर
मुनाफे का फेर
“डैमेज शक्कर का उपयोग शहर में सबसे अधिक चॉकलेट बनाने वाले कर रहे हैं। इस तरह की शक्कर सस्ती मिलती है और मुनाफा कमाने के फेर में कुछ कारोबारी ऐसी शक्कर बेचते हैं।”
– गोकुल बंसल, अध्यक्ष, शक्कर एवं खांडसारी एसोसिएशन