इस दौरान भोपाल में विगत दिनों हुई समीक्षा बैठक में अधिकारियों द्वारा सीएम हेल्पलाइन की फोर्स क्लोज शिकायतों के लिए कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराने के मामले में कर्मचारी नेता अरविंद सिंह भदौरिया, प्रभारी कुलपति प्रो. आरजे राव को अपनी आपत्ति दर्ज कराने के लिए आए, लेकिन उनकी बहस डीआर अरुण चौहान से हो गई।
इस दौरान चौहान का कहना था कि कर्मचारियों को खलनायक बनाकर हीरो बनने की कोशिश न करें, जिस दिन आपके काम की पोल खोलेंगे, सहन नहीं कर पाओगे? दोनों के बीच हुई जब गहमागहमी ज्यादा बढ़ी तो अन्य अधिकारियों ने मामले को संभाला। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. आनंद मिश्रा, परीक्षा नियंत्रक डॉ. राकेश कुशवाह, डीआर राजीव मिश्रा, एआर अभयकांत मिश्रा उपस्थित रहे।
सिर्फ सीएम हेल्पलाइन को हल करें
बैठक में प्रभारी कुलपति और कुलसचिव ने सभी अधिकारियों से एक ही बात बोली कि आगामी २३, २४, २५ दिसंबर को सिर्फ सीएम हेल्पलाइन समस्याओं का निराकरण करें। सुबह १० से शाम ६ बजे के बीच छात्रों को फोन करके बुलाएं और समस्या का निराकरण करें। जो लोग काम में रुचि नहीं लेंगे, उनको चेतावनी नहीं सीधे कार्रवाई की जाएगी।
दो जनवरी से पहले शून्य करें शिकायतें
बैठक में कुलसचिव डॉ. आनंद मिश्रा ने परीक्षा और गोपनीय विभाग के अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि २ जनवरी से पहले सभी सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों को शून्य करें। अधिकारियों के अनुसार करीब ४०० फोर्स क्लोज शिकायतें ऐसी हैं जो परेशान कर रही हैं। भोपाल में इनमें से सिर्फ ९९ शिकायतों का हवाला देकर ८ शिकायतें हल करने का दावा किया गया था। फिलहाल जेयू में शिकायतों का दौर बढ़ रहा है। पिछले एक सप्ताह में २०० नई शिकायतें फिर आ गई हैं।