अनिकेत ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर 12 मार्च 2019 को लिखा था कि अगर मरने के बाद भी जीना चाहते हो तो एक काम जरूर कर जाना। या तो पढऩे लायक कुछ लिख जाना या लिखने लायक कुछ कर जाना। वहीं 02 अप्रैल 2019 को की पोस्ट में उसने फेसबुक पर लिखा कि लोग कहते हैं कि किसी एक के चले जाने से जिंदगी अधूरी नहीं होती। लेकिन लाखों के मिल जाने से भी उस एक की कमी पूरी नहीं होती।
मृतक अनिकेत जाटव के पिता रामदत्त जाटव केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में सेवारत हैं जो इन दिनों पंश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में पदस्थ हैं। उनके बेटे द्वारा खुदकुशी कर लिए जाने की सूचना उन्हें कर दी गई है। रामदत्त अपने घर के लिए रवाना हो गए हैं। पिता के आने के उपरांत ही अनिकेत का अंतिम संस्कार किया जाएगा।