ग्वालियर

CM शिवराज ने कांग्रेस पर दिया बड़ा बयान, चुनावी साल में भाजपा को मिलेगा इसका फायदा

मुझे बहुत तकलीफ है कि वोट के लिए एक हजार रुपए की बात की जा रही है। हमने सिर्फ उप चुनाव के क्षेत्र में ही नहीं, पूरे प्रदेश में जहां

ग्वालियरJan 09, 2018 / 11:34 am

Gaurav Sen

ग्वालियर। मुझे बहुत तकलीफ है कि वोट के लिए एक हजार रुपए की बात की जा रही है। हमने सिर्फ उप चुनाव के क्षेत्र में ही नहीं, पूरे प्रदेश में जहां विशेष जनजातियां हैं, वहां कुपोषण दूर करने एक रुपए किलो गेहूं, चावल और नमक दे रहे हैं। इनमेंं सहरिया भी एक जनजाति है। यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोलारस उप चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा वोट के लिए योजना के आरोप का जवाब देते हुए कही।


उन्होंने कहा कि हमने प्रदेश के गरीब बहन और भाईयों के लिए कल्याणकारी योजनाएं चलाई हैं। जनजाति परिवारों को पोषक तत्व मिलें इसलिए एक हजार रुपए दिए जाएंगे। यह एक या दो माह के लिए नहीं, बल्कि परमानेंट है। हमारी सरकार कल्याणकारी काम करती है और वे इसे चुनाव से जोड़ते हैं, तो यह स्तरहीन राजनीति है।

 

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डीजी कॉन्फ्रेंस में शामिल होकर वापस दिल्ली जा रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को विदा करने आए प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सिविल एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान सवालों के जवाब दिए।

अभी तो मैं हूं
आखिर में सीएम के पुत्र कार्तिक चौहान की लॉचिंग के सवाल पर उन्होंने हलके -फुलके अंदाज में कहा कि अभी कार्तिक की बात क्यों, अभी तो मैं ही हूं। भाजपा की सरकार गरीबों के कल्याण के लिए है।

कांग्रेस को नहीं करनी चाहिए ऐसी बात : मिश्रा
जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने वोट खरीदने की बात पर कहा, क्या कांग्रेस हमारे सहरिया आदिवासियों को बिकाऊ वोट मानते हैं? इस तरह की बात कांग्रेस को नहीं करनी चाहिए। जहां तक 14 साल के वनवास की बात है तो हम जनता के बीच जाकर अपने काम बता रहे हैं। डॉ. मिश्र ने कहा कि हम तो अपने काम बता रहे हैं, लेकिन बीते 14 साल में उन्होंने कोलारस, मुंगावली के लिए क्या किया है, यह वे बताएं, फिर वोट मांगें।

पूरे प्रदेश में चार एकात्म यात्राएं ग्वालियर में कल 10 जनवरी को कार्यक्रम
इस दौरान उन्होंने एकात्म यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस समय पूरे प्रदेश में चार एकात्म यात्राएं चल रही हैं, एक यात्रा आदि शंकराचार्य की जन्मभूमि से शुरू हुई है। आदि गुरू ने भारत को सांस्कृतिक रूप से एक किया। हमारा मानना है कि मनुष्य में एक ही चेतना है, सब बराबर हैं। आपको बता दें कि भगवान राम ने उत्तर और दक्षिण से जोड़ा था, भगवान कृष्ण ने पूर्व और पश्चिम को जोड़ा था, लेकिन आदि गुरू ने तो चारों दिशाओं को जोड़ा था। वर्तमान में जो सांस्कृतिक एकता है, यह उन्हीं की देन है। नर्मदा यात्रा के दौरान आदि गुरू की प्रतिमा लगाने का निश्चय किया गया था और प्रतिमा के आधार के लिए गांव के लोग मिट्टी भेंट करते हैंं। ग्वालियर में भी १० जनवरी को कार्यक्रम होगा। यह यात्रा सामाजिक समरसता के लिए है।

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