ये गड़बड़ी दिख रहा
आइआइडीसी ग्वालियर के हिन्दी के पोर्टल को खोलते ही सबसे पहले सीएम के रूप में शिवराज सिंह दिखते हैं। इसके साथ उनकी कुटेशन भी लिखी हुई दिखती है। वहीं नीचे की ओर उद्योग मंत्री के रूप में पूर्व उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल दिखाई देते हैं। कायदे से सीएम के रूप में मुख्यमंत्री कमलनाथ का फोटो होना चाहिए तथा उद्योग विभाग भी सीएम कमलनाथ के पास ही है।
क्या सोचेंगे बाहर के उद्यमी
प्रदेश के बाहर से शहर में उद्यम के लिए भूमि की तलाश करने के लिए यदि कोई उद्यमी आइआइडीसी के पोर्टल पर जाएगा तो उस पर इन दोनों गड़बडिय़ों का क्या संदेश जाएगा, यह सोचने वाली बात है। इसके साथ ही आइआइडीसी की अपडेट रहने की नीति को भी उजागर करती है।
पोर्टल पर आइआइडीसी, अधिकारी कह रहे एमपीआइडीसी
आइआइडीसी के पोर्टल पर अभी भी आइआइडीसी ही लिखा हुआ आ रहा है लेकिन जब विभाग के आला अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना था कि इसका नाम अब एमपीआइडीसी हो चुका है।
तो आचार संहिता का भी हुआ उल्लंघन
आमतौर पर किसी भी चुनाव से पूर्व संबंधित विभाग के पोर्टल से उसके मंत्री आदि की फोटो आदि हटा दी जाती है। पर आइआइडीसी के पोर्टल पर अभी तक पूर्व सीएम और पूर्व उद्योग मंत्री की फोटो लगी हुई है। ऐसे में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में ये फोटो क्यों नहीं हटाए गए।
मैं इसे दिखवाता हूं
आचार संहिता के समय वेबसाइट से फोटो हटा दिए जाते हैं। इसमें भी ऐसा किया गया था। यदि फिर भी आप कह रहे हैं कि फोटो और नाम पूर्व लोगों के ही आ रहे हैं तो मैं इसे दिखवाता हूं।
जेएन व्यास, एक्जीक्यूटिव ऑफिसर, आइआइडीसी