बहनों के भरवाए बिजली बिल
सीएम ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस के समय बेटियां तंदूर में जलाई जाती थीं और हम उनकी हिफाजत के लिए योजनाएं बना रहे हैं। प्रदेश में 77 लाख बहनों के 6 हजार करोड़ के बिजली के बिल भरवाए हैं। सरकारी टीचर की नौकरी में आधा आरक्षण देंगे। फॉरेस्ट छोडकऱ सभी विभागों में 35 प्रतिशत बेटियों को भर्ती किया जाएगा। बेटियों को सुरक्षित करने के लिए विकृत मानसिकता वालों के लिए मौत की सजा का कानून बनाया है। 2022-23 तक कोई बहन कच्चे मकान में नहीं रहेगी।
पहले उनको नानी याद आती थी, अब राम
भगवान राम चुनाव के लिए नहीं हैं, वे आस्था के लिए हैं, श्रद्धा के लिए हैं। जो भी वहां जाते हैं, वे चुनाव के लिए नहीं जाते, बल्कि हमेशा से जाते रहे हैं। मैं किसी की आलोचना नहीं करना चाहता हूं, लेकिन यह बात है कि पहले उनको नानी की याद ज्यादा आती थी, अब राम याद आ रहे हैं, लेकिन भगवान राम के पास वे चुनाव की बजाय हमेशा जाएं तो बेहतर हो। यह जवाब सीएम शिवराज ने राहुल गांधी के राम मंदिर सहित अनेक मंदिरों पर जाने को लेकर दिया है।
दरअसल, कमल शक्ति अभियान के अंतर्गत मेला परिसर स्थित महिला सम्मेलन के दौरान चर्चा में शिवराज से सवाल पूछा था कि गांधी को भाजपा की वजह से मंदिरों में जाना पड़ रहा है क्या ? इसके जवाब में सीएम ने राहुल को सिर्फ चुनाव के समय राम को याद न करने की बजाय हमेशा याद करने की सीख दी है। इसके बाद बात करने से कतरा रहे सीएम से जब यह पूछा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दावा किया है कि 2018 के चुनाव में जनता का समर्थन उन्हें मिलेगा और पार्टी की जीत होगी। इस सवाल पर सीएम बिना कुछ जवाब दिए शाजापुर जाने की कहकर निकल गए।
उन्होंने राजमाता विजयाराजे सिंधिया को याद कर उनसे जुड़े कई संस्मरण सुनाए। उन्होंने कहा कि राजमाता का जन्म शताब्दी समारोह पूरे देश में मनेगा। प्रधानमंत्री ने इसके लिए समिति बनाई है। उनके सपने को हम पूरा करके दिखाएंगे। सम्मेलन में महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष विजया रहाटकर, प्रदेश अध्यक्ष लता एलकर, नगर प्रशासन मंत्री माया सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया सहित अन्य नेता मौजूद थे।
पहली बार छत्री पर पहुंचे जयभान सिंह पवैया
राजनीतिक मंच से सिंधिया घराने को निशाने पर रखने वाले प्रदेश के मंत्री जयभान सिंह पवैया को अचानक छत्री पर देखकर भाजपा के ही लोग हैरत में पड़ गए। उन्हें पुष्प भी अर्पित किए। वहीं कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी छत्री पहुंचे और उन्होंने माधवराव सिंधिया और राजमाता विजयाराजे सिंधिया की छत्री पर जाकर पुष्प अर्पित किए। भाजपाइयों के अनुसार पिछले दिनों ग्वालियर प्रवास पर आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सिंधिया घराने की जमकर तारीफ की थी, इसको सुनकर पवैया और सिंधिया घराने पर एक के बाद एक सवाल उठाने वाले राज्यसभा सदस्य प्रभात झा भी सन्न रह गए थे।
सिंधिया भी पहुंचे, सवालों से बचे: पवैया से सिंधिया घराने पर सवाल किए तो वह जवाब देने से बचते दिखे। उन्होंने राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जमकर प्रशंसा की।
हुआ आमना-सामना : हमेशा अलग-अलग राह वाले मंत्री जब मैराथन में शामिल होने पहुंचे। आखिर में पवैया राजमाता की बेटी मंत्री के पास पहुंचे और बातचीत की।
नहीं आए तोमर : इस कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर की अनुपस्थिति चर्चाओं में रही, जबकि कई टिकट के दावेदार तो उनके सीएम के साथ आने की खबर सुनकर चेहरा दिखाने छत्री पहुंचे थे।
टिकट के दावेदारों का जमावड़ा
सीएम के आगमन पर टिकट के कई दावेदार उनके आगे-पीछे देखे गए। वहीं ग्वालियर के दो विधानसभा क्षेत्रों से टिकट की प्रबल दावेदार को मंच पर स्थान नहीं मिला।
दो-दो मिनट का अंतर: राजमाता विजयाराजे सिंधिया के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर छत्री पर पहले जयभान सिंह पवैया उनके दो मिनट बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया आए। फिर सीएम चौहान पहुंचे। किसी का आमना-सामना नहीं हुआ।