इस दौरान सर्किट हाउस पर कलेक्टर मदन कुमार एवं पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने भी उनसे मुलाकात की। साधना सिंह ने चाकचौबंद व्यवस्था के साथ रात में सर्किट हाउस में ही विश्राम किया। मंगलवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे साधना सिंह उनाव स्थित बालाजी जी मंदिर पर आरती में शामिल हुइं। यहां सेंवड़ा में चल रहे सनकुआं मेले का आन्नद लिया। सिंध नदी में वोटिंग का आन्नद भी लिया है। बोटिंग के दौरान एक बड़ी बोट में साधना सिंह के साथ महिला जिला अध्यक्ष व गार्ड मौजूद रहे।
उन्नाव के बालाजी मंदिर की बहुत मान्यता है कहा जाता है कि यहां के पुजारी के तप में इतनी शक्ति थी कि एक वार यहां भण्डारे का आयोजन किया गया था जिसमें घी खत्म हो गया था। यह बात जब पुजारी जी की मालूम हुई तो उन्होंने कहा थी कि तालाब के पानी लेकर आओ तो वह पानी घी बन गया था और भण्डारे में कोई कमी नहीं आई। साथ ही इस मंदिर पर हर रविवार को भक्तों का आना-जाना ज्यादा रहता है। ऐसी मान्यता है कि यहां तालाब में नहाने से सफेद दाग की समस्या से मुक्ति मिलती है। स्नान के लिए रविवार का दिन श्रेष्ठ माना गया है।
उन्नाव के बाद साधना सिंह अपने साथ के लोगों के साथ इंदरगढ़ पहुंचेंगी जहां वे माता रत्नगढ़ के दर्शन करेंगी। आपको बता दें कि रत्नगढ़ माता मंदिर पर भारत का सबसे वजनी घण्टा शिवराज सिंह और साधना सिंह ने चढ़ाया था। मंदिर पर दान किए गए सभी छोटे-बड़े घण्टे और घण्टियों को गलाकर १९३४ किलो का घण्टा मां के दरबार में चढ़ाया गया था। सूत्रों का कहना है कि साधना सिंह मां पीताम्बरा के दर्शन के लिए भी जा सकती हैं। वहां से वे कार से ही वापस रवाना होंगी।