कोचिंग को संचालकों अल्टीमेटम, यदि सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए तो कर दिए जाएंगे सील्ड
ग्वालियरPublished: Jul 14, 2023 07:37:49 pm
कलेक्टर ने कोचिंग संचालक, नगर निगम व जीएसटी के अधिकारियों की ली बैठक
सुरक्षा के इंतजाम कर 15 अगस्त तक पेश करने होगी चैक लिस्ट


शुक्रवार को कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने नगर निगम, कोचिंग संचालक, जीएसटी के अधिकारियों की बैठक ली।
ग्वालियर.अक्षया यादव की हत्या के बाद जिला प्रशासन ने अब कोचिंगों पर सुरक्षा के इंतजाम सुध ली है। शुक्रवार को कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने नगर निगम, कोचिंग संचालक, जीएसटी के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि बार-बार कोचिंगों पर सुरक्षा के इंतजाम करने के लिए कहा जा रहा है, लेकिन इसमें आनाकानी की जा रही है। इस बार 15 अगस्त तक फायर सेफ्टी, लिफ्ट, विद्युत सुरक्षा, सीसी टीवी कैमरे हर संस्थान में लगवाए जाएं। सभी कोचिंग संचालक मानकों के अनुसार सुरक्षा के इंतजाम कर चैक लिस्ट 15 अगस्त तक पेश करें। इस बार नहीं सुधारते हैं तो कोचिंग संस्थान को सील्ड कर दिया जाएगा। अक्षया की मौत पर दुख भी व्यक्त किया। बैठक में अपर आयुक्त नगर निगम आर के श्रीवास्तव व फायर प्रभारी डॉ अतिबल सिंह सहित नगर निगम के अन्य अधिकारी, जीएसटी के अधिकारी एवं विभिन्न कोचिंग संस्थानों के संचालक मौजूद थे।
बैठक में यह दिए गए निर्देश
नगर निगम के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे शहर के सभी कोचिंग संस्थानों में चैक लिस्ट के अनुसार अभियान बतौर सभी व्यवस्थाओं की बारीकी से जांच करेंगे।
-कोचिंग संचालक अपने संस्थान के सीसी टीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग लगातार देखते रहें। यदि छात्र- छात्राओं को कोई असामाजिक तत्व परेशान करे तो उसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी जाए।
-हर कोचिंग संस्थान में सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ बच्चों के बैठने, पेयजल व शौचालय की भी बेहतर व्यवस्था होना चाहिए। कोचिंग संस्थान में प्रवेश व निकास के अलग-अलग दरवाजे भी हों।
-जीएसटी के अधिकारियों ने कोचिंग संचालकों से कहा कि जो संस्थान जीएसटी के दायरे में आते हैं वे परेशानी से बचने के लिए निर्धारित शुल्क अवश्य जमा करें। --नगर निगम के अधिकारियों ने कहा कि कोचिंग संचालक सभी प्रकार की अनुमतियां अवश्य ले लें।
संयुक्त मॉक ड्रिल होगी
शहर में संचालित सभी कोचिंग संस्थानों और उन मार्गों पर सुरक्षा के लिहाज से संयुक्त मॉंक ड्रिल की जाए, जहां कोचिंग संस्थान संचालित हैं। नगर निगम, होमगार्ड, विद्युत व पुलिस के अधिकारी संयुक्त रूप से मॉक ड्रिल कर यह देखें कि आपात स्थिति में कोचिंग संस्थानों तक कैसे मदद पहुंचाई जा सकती है, और बच्चों को कैसे सुरक्षित निकाला जा सकता है।