नई पीढ़ी को इतिहास से करा रहे रूबरू
ग्वालियरPublished: Mar 04, 2019 08:33:42 pm
नई पीढ़ी को इतिहास के बारे में कम जानकारी है। बदलते परिवेश के दौर में हम इतिहास से दूर होते जा रहे हैं। ऐसे में हम अपने इतिहास और संस्कृति के बारे में बहुत अधिक जानकारी नहीं रख पाते हैं। जिससे देश में जो घटित हुआ उसके बारे में नई जनरेशन के लोगों को कुछ पता ही नहीं कि आखिर देश पर किन लोगों ने शासन किया और उनके आने से क्या प्रभाव पड़े। नई पीढ़ी को इतिहास से रूबरू कराने के उद्देश्य से ही शहर के संतोष वर्मा ने सिक्कों का कलेक्शन शुरू किया। इसके जरिए वह देश के विभिन्न काल में चलने वाले सिक्कों को एकत्रित करते हैं और लोगों को खासकर युवाओं को इतिहास से परिचित कराते हैं। २५ साल से वह सिक्कों का कलेक्शन कर रहे हैं और अभी तक ५० हजार से अधिक की संख्या में उनके पास सिक्के हैं।
नई पीढ़ी को इतिहास से करा रहे रूबरू
संतोष वर्मा पेशे से सोने चांदी का काम करते हैं। वह बताते हैं कि करीब २५ साल पहले जब गिन्नियां चलती थीं लेकिन बाद में यह बंद हो गए। उन्हें लगा कि इससे पहले भी पैसे चलते होंगे। बस यहीं से उन्होंने ठान लिया कि वह सिक्कों का कलेक्शन करेंगे और देश का इतिहास के बारे में जानेंगे। उन्होंने शुरूआत की तो परिवार सहित आसपास के लोगों ने टोका कि ये क्या काम कर रहे हो। लेकिन उन्होंने किसी की परवाह किए बगैर अपनी हॉबी को जीवित रखा। इसके लिए संतोष ने कई किताब पढ़ीं और सीखा कि सिक्का किस काल का है इसका पता कैसे करें। अब वह खुद ही सिक्के के इतिहास के बारे में जानकर लोगों को बता देते हैं। संतोष सोनी के अनुसार उनके पास मुगल, गुप्त सहित विभिन्न कालों के सिक्के हैं। जिसमें सोने, चांदी, तांबे आदि धातुओं के सिक्के हैं। संतोष शहर सहित देश के विभिन्न शहरों में सिक्कों की प्रदर्शनी लगा चुके हैं। उन्हें विभिन्न अवार्ड भी मिल चुके हैं। शहर में भी कलेक्टर सम्मानित कर चुके हैं।