हथियार और युद्ध कौशल का प्रशिक्षण : प्रशिक्षण के दौरान जवानों को ड्रिल, हथियार का प्रशिक्षण, युद्ध कौशल, निशानेबाजी, बिना हथियार के लड़ने की कला, विधि व कानून, संचार, मानवाधिकार अधिनियम, सीमाओं पर रोजमर्रा की कार्यवाही, समाज के साथ अच्छे संबंध, आपदा पब्रबंधन, मैप रीडिंग, फील्ड क्रॉफ्ट, फील्ड इंजीनियरिंग, सीमाओं की निगरानी और देखभाल, आतंकवाद व उग्रवादियों से लड़ने आदि विषय के साथ कम्प्यूटर प्रशिक्षण, तैराकी और घुड़सवारी का प्रशिक्षण कराया गया।
तीन सप्ताह का बॉर्डर और एडवेंचर टूर : इस दौरान जवानों के अंदर नेतृत्व क्षमता विकसित करने के लिए विशेष कार्यक्रम भी चलाए गए। प्रशिक्षण के दौरान 3 सप्ताह का बॉर्डर टूर व एक सप्ताह का एवेंचर टूर भी कराया गया।
इन्हें मिली ट्रॉफी स्वॉर्ड ऑफ ऑनर- सौम्या गृह मंत्री ट्रॉफी- गौरव चामुंडा गौतम निदेशक सीमा सुरक्षा बल ट्रॉफी- सौम्या