हावी होने के लिए दोनों गुटों में पथराव, कांच की बोतलें फेंकी और मिर्ची पावडर भी फेंका गया। बस्ती वालों का कहना है कि झगडा प्लानिंग से हुआ है। इसलिए एक गुट पूरी तैयारी से था। उनकी तरफ से गोलियां भी ठोंकी गईं। हालांकि पुलिस फायरिंग से इंकार कर रही है।
पुलिस ने बताया बदनापुरा बस्ती में रहने वाले दीपावली के बाद पूर्वजों याद में पूजा पाठ करते हैं, इसलिए उनकी छत्रियां बनवाते हैं। बस्ती में चैन सिंह छारी के मकान के पीछे सरकारी जमीन का टुकडा है।
उस पर धाराजीत का परिवार छत्री बनाना चाहता है। लेकिन चैन सिंह छारी को कुछ एतराज था। उसे निपटान के लिए चैनसिं और धाराजीत के परिवार के बुजुर्ग इक्टठा हुए थे। दोनों में पंचायत चल रही थी।
इस दौरान बात बिगड गई। धाराजीत का परिवार बडा है। उन्होंने हावी होने की कोशिश की। इसमें चैनसिंह के घर पर हमला कर दिया बस्ती वालों ने क्लू दिया है कि धाराजीत गुट तैयारी से था।
हावी होने के लिए पथराव किया और मिर्ची पावडर आखों में झोंक दिया। दोनों गुटों में करीब आधे घंटे संघर्ष चला। इस दौरान गोलियों के धमाके भी सुने।
चुनाव से पनपी टसल
बस्ती में रहने वालों का कहना है विवाद की अंदरूनी जड पिछले पार्षदी चुनाव से ठनी है। धाराजीत का परिवार का सदस्य भी राजनीति से जुडा है। पिछले पार्षदी चुनाव में किस्मत आजमा चाहता था, लेकिन चैन सिंह के परिवार का समर्थन मेहरबान सिंह को रहा था।
इन पर एफआइआर
पुलिस ने धाराजीत की शिकायत पर चैनसिंह, मायाराम, संजीत, पानसिंह, धन्नो, कपिल, अनीस, मन्नी अच्छू और गुडडू पर जबकि चैनसिंह की शिकायत पर अवतार, समुद्र सिंह, राहुल, लालो, सुदीस, अनिकेत, पिंटो, मिलन, राजू, धाराजीत, सुरजीत, मनीराम, धीरज, नीरज, भारत, विवेक,गोपी, शिवराज, महादेव, फिरोज, धर्मेन्द्र रोहित, साहब सिंह ,पपीत, मोंटी, विवेक और योगेश पर बलवा, पथराव और मारपीट का केस दर्ज किया है।
पुरानी छावनी टीआई सुधीरसिंह कुशवाह ने बताया कि विवाद की जड सरकारी जमीन पर निर्माण रहा है। दोनों पक्षों पर कार्रवाई की जा रही है।